मंगलवार, 2 जुलाई 2013

Matheran- & Echo Point इको पॉइन्ट

EAST COAST TO WEST COAST-25                                                                   SANDEEP PANWAR
झील देखने के बाद इको पॉइन्ट देखेने के लिये चलते रहे। यहाँ पहुँचने के लिये थोड़ी सी चढ़ाई चढनी पड़ी। लेकिन उससे ज्यादा दिक्कत नहीं हुई। लगभग एक किमी चलने में ही इको पॉइन्ट भी आ गया। यहाँ आकर देखा कि जहाँ हम पहुँचे है वहाँ से सामने वाला पहाड़ सामने ही दिख रहा है लेकिन दोनों पहाड़ों के बीच में एक गहरी खाई है जिसे रस्सी से पार कराने के लिये रु वसूल किये जा रहे है खाई बहुत ही गहरी थी मुझे नहीं लगता कि दिन भर में 10 से ज्यादा लोग रस्सी के सहारे उस खाई को पार करते होंगे। यहाँ बिना खाई पार किये भी दूसरी ओर जाया जा सकता है लेकिन उसके लिये कम से कम दो किमी की दूरी तय करनी पड़ती है।




यहाँ फ़ोटो खिचवाते समय विशाल ने खोपड़ी खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। हुआ ऐसा कि विशाल खाई किनारे की रेलिंग पर बैठ कर फ़ोटो लेने के चक्कर में विशाल काफ़ी देर से बैठ ही नहीं रहा था। मैंने उसे कहा कि क्यों समय खराब कर रहे हो? वहाँ विशाल का चक्कर मेरी समझ में नहीं आया, जिससे मैंने गुस्से में उसे कैमरा थमा कर वहाँ से चलना शुरु किया। कैमरा थमाते ही विशाल फ़ोटो खिचाने के लिये तुरन्त पोजीशन में बैठ गया। मैंने बड़ी देर खड़े होने के बाद उसका फ़ोटो लिया। जब विशाल बोला संदीप भाई आपका फ़ोटो, नहीं खिचवाना। यह कहकर मैं वहाँ से चल दिया।

वहाँ से चलते ही एक खेल खिलाने वाली महिला ने बोलिंग वाले खेल का छोटा सा संस्करण बनाया हुआ था। जिसमें फ़ेकने के लिये बोल थी जबकि गिराने के लिये बोतल रखी हुई थी। विशाल बोला चलो खेलते है। मैंने मना कर, आगे बढ़ने लगा। विशाल ने शायद उस पर हाथ आजमाया था। आखिरकार वह घड़ी भी आ ही गयी जब हम वहाँ की लाल मिट्टी की बनी धूल से परेशान होकर ऊब गये। हमने वहाँ से लौटने का फ़ैसला कर लिया। घर लौटते समय तो हर किसी की चाल तेज हो जाती है फ़िर चाहे हम दिन भर में 15-16 किमी ही क्यों ना चले हो। वापसी में हम ट्रेन से जाये या बस से जाये अभी यह तय नहीं कर पाये थे। सबसे पहले हमने स्टेशन पहुँचने का फ़ैसला किया था। जहाँ इको पॉइन्ट पर हम खड़े थे यहाँ से माथेरान ट्राय ट्रेन का स्टेशन कम से कम दो किमी से ज्यादा दूरी पर होगा। स्टेशन पहुँचकर देखा कि एक ट्रेन नेरल जाने के लिये तैयार खड़ी है। टिकट खिड़की पर टिकट के पैसे देन लगे तो टिकट बाबू के कहा कि इस ट्रेन के टिकट समाप्त हो चुके है। अगली ट्रेन दो घन्टे बाद जायेगी। दो घन्टे वहाँ कौन खराब करता? हमने पैदल ही नेरल की ओर चलना आरम्भ कर दिया। (क्रमश:)
विशाखापटनम-श्रीशैल-नान्देड़-बोम्बे-माथेरान यात्रा के आंध्रप्रदेश इलाके की यात्रा के क्रमवार लिंक नीचे दिये गये है।
15. महाराष्ट्र के एक गाँव में शादी की तैयारियाँ।
16. महाराष्ट्र की ग्रामीण शादी का आँखों देखा वर्णन।
17. महाराष्ट्र के एक गाँव के खेत-खलिहान की यात्रा।
18. महाराष्ट्र के गाँव में संतरे के बाग की यात्रा।
19. नान्देड़ का श्रीसचखन्ड़ गुरुद्धारा
20. नान्देड़ से बोम्बे/नेरल तक की रेल यात्रा।
21. नेरल से माथेरान तक छोटी रेल (जिसे टॉय ट्रेन भी कहते है) की यात्रा।
22. माथेरान का खन्ड़ाला व एलेक्जेन्ड़र पॉइन्ट।
23. माथेरान की खतरनाक वन ट्री हिल पहाड़ी पर चढ़ने का रोमांच।
24. माथेरान का पिसरनाथ मन्दिर व सेरलेक झील।
25. माथेरान का इको पॉइन्ट व वापसी यात्रा।
26. माथेरान से बोम्बे वाया वसई रोड़ मुम्बई लोकल की भीड़भरी यात्रा।
विशाखापटनम-श्रीशैल-नान्देड़-बोम्बे-माथेरान यात्रा के बोम्बे शहर की यात्रा के क्रमवार लिंक नीचे दिये गये है।
27. सिद्धी विनायक मन्दिर व हाजी अली की कब्र/दरगाह
28. महालक्ष्मी मन्दिर व धकलेश्वर मन्दिर, पाताली हनुमान।
29. मुम्बई का बाबुलनाथ मन्दिर
30. मुम्बई का सुन्दरतम हैंगिग गार्ड़न जिसे फ़िरोजशाह पार्क भी कहते है।
31. कमला नेहरु पार्क व बोम्बे की बस सेवा बेस्ट की सवारी
32. गिरगाँव चौपाटी, मरीन ड्राइव व नरीमन पॉइन्ट बीच
33. बोम्बे का महल जैसा रेलवे का छत्रपति शिवाजी टर्मिनल
34. बोम्बे का गेटवे ऑफ़ इन्डिया व ताज होटल।
35. मुम्बई लोकल ट्रेन की पूरी जानकारी सहित यात्रा।
36. बोम्बे से दिल्ली तक की यात्रा का वर्णन


















2 टिप्‍पणियां:

महेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा…

आपके यात्रा संस्मरण वाकई आकर्षक और पठनीय रहते हैं।


उत्तराखंड त्रासदी : TVस्टेशन ब्लाग पर जरूर पढ़िए " जल समाधि दो ऐसे मुख्यमंत्री को"
http://tvstationlive.blogspot.in/2013/07/blog-post_1.html?showComment=1372748900818#c4686152787921745134

Unknown ने कहा…

Hi,
I really like your post.
Thanks for sharing such great information. It is very informative and provides knowledge of Matheran tourism

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