बुधवार, 27 अगस्त 2014

Kampty Fall-Mussoorie to Delhi कैम्पटी फ़ॉल मसूरी से दिल्ली तक

BIKE YATRA WITH WIFE-03

पेंचर वाली बाइक मोड पर ही थोडा गडबड करती थी अन्यथा बाइक आसानी से 40 की गति से दौडी जा रही थी। सीधी सडक पर बाइक चलाने में कोई समस्या नहीं आयी। जहाँ सडक खराब आती थी वही बाइक ज्यादा धीमे निकालनी पडती थी। ट्यूब कटने की चिन्ता नहीं थी। उसके बारे में तो सोच ही लिया था कि नई डलवानी ही पडेगी। 
इस यात्रा के तीनों लेख के लिंक नीचे दिये गये है।
01- दिल्ली से हरिदवार व ऋषिकेश यात्रा।
02- उत्तरकाशी से यमुनौत्री मन्दिर तक
03- कैम्पटी फ़ॉल, मसूरी देहरादून दिल्ली तक

बुधवार, 20 अगस्त 2014

Trekking to Yamunotri temple यमुनौत्री मन्दिर की ट्रेकिंग

BIKE YATRA WITH WIFE-02

ऋषिकेश से उत्तरकाशी का मार्ग कई बार देखा जा चुका है इसलिये पता रहता है कि अब कौन सी जगह आयेगी? ऋषिकेश से चलते ही चढाई आरम्भ हो जाती है यह चढाई नरेन्द्रनगर होते हुए नागनी, फ़कोट जैसी जगहों से होती हुई आगे बढती है। चम्बा जाकर ही इस लगातार चढाई से छुटकारा मिल पाता है। चम्बा में हर सुविधा उपलब्ध है। चम्बा से आगे का मार्ग ढलान वाला है पहले यह मार्ग टिहरी डैम के निर्माधीन इलाके से होकर जाता था। जहाँ अब टिहरी झील का पानी होने से वह मार्ग पानी के नीचे समा चुका है। मैंने पुराना टिहरी शहर कई बार देखा है। शुरु की कुछ यात्रा बस की थी जिससे मुझे पुरानी टिहरी में गंगा पार बने बस अडडे तक जाने का मौका लगा था।
इस यात्रा के तीनों लेख के लिंक नीचे दिये गये है।
01- दिल्ली से हरिदवार व ऋषिकेश यात्रा।
02- उत्तरकाशी से यमुनौत्री मन्दिर तक
03- कैम्पटी फ़ॉल, मसूरी देहरादून दिल्ली तक

Bike trip with wife-Haridwar & Rishikesh हरिदवार व ऋषिकेश यात्रा बाइक पर पत्नी के साथ

BIKE YATRA WITH WIFE-01

सन 2005 के जून माह की शुरुआत में एक बार मैडम जी के साथ उत्तराखन्ड के पहाडों की यात्रा का बाइक कार्यक्रम बना था। इस यात्रा में हमारे साथ श्रीखण्ड महादेव यात्रा में बीच से लौटकर आने वाले नितिन व उसकी नई नवेली मैडम जी अपनी TVS विक्टर बाइक पर हमारे साथ गयी थी। इस यात्रा के समय तक अपने पास हीरो होन्डा की पैसन बाइक ही हुआ करती थी। इसी साल के अन्तिम माह में आज वाली नीली परी हीरो होन्डा की एमबीसन बाइक अपने बेडे में शामिल हो गयी थी। इस यात्रा में हमने दिल्ली से हरिदवार से नीलकंठ से उतरकाशी से (गंगौत्री नितिन ही गया था) यमुनौत्री से मसूरी से देहरादून से दिल्ली तक की यात्रा की थी जिसका विवरण इस यात्रा में बताया जा रहा है। 
इस यात्रा के तीनों लेख के लिंक नीचे दिये गये है।
01- दिल्ली से हरिदवार व ऋषिकेश यात्रा।
02- उत्तरकाशी से यमुनौत्री मन्दिर तक
03- कैम्पटी फ़ॉल, मसूरी देहरादून दिल्ली तक


शुक्रवार, 8 अगस्त 2014

Jhansi to Delhi ( controversial train journey ) झांसी के प्लेटफ़ार्म पर विवाद के बाद ट्रेन यात्रा

KHAJURAHO-ORCHA-JHANSI-13                               SANDEEP PANWAR, Jatdevta
 इस यात्रा के सभी लेख के लिंक यहाँ है।
01-दिल्ली से खजुराहो तक की यात्रा का वर्णन
02-खजुराहो के पश्चिमी समूह के विवादास्पद (sexy) मन्दिर समूह के दर्शन
03-खजुराहो के चतुर्भुज व दूल्हा देव मन्दिर की सैर।
04-खजुराहो के जैन समूह मन्दिर परिसर में पार्श्वनाथ, आदिनाथ मन्दिर के दर्शन।
05-खजुराहो के वामन व ज्वारी मन्दिर
06-खजुराहो से ओरछा तक सवारी रेलगाडी की मजेदार यात्रा।
07-ओरछा-किले में लाईट व साऊंड शो के यादगार पल 
08-ओरछा के प्राचीन दरवाजे व बेतवा का कंचना घाट 
09-ओरछा का चतुर्भुज मन्दिर व राजा राम मन्दिर
10- ओरछा का जहाँगीर महल मुगल व बुन्देल दोस्ती की निशानी
11- ओरछा राय प्रवीण महल व झांसी किले की ओर प्रस्थान
12- झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का झांसी का किला।
13- झांसी से दिल्ली आते समय प्लेटफ़ार्म पर जोरदार विवाद

आज का लेख इस यात्रा का आखिरी लेख है। आज के लेख में दिनांक 28-04-2014 को की गयी यात्रा के बारे में बताया जा रहा है। यदि आपको इस यात्रा श्रृंखला के बारे में शुरु से पढना है तो ऊपर दिये गये लिंक पर क्लिक करे। इस यात्रा में अभी तक आपने खजुराहो, ओरछा, व झांसी किले की शानदार यात्रा के बारे में देखा व जाना। अब उससे आगे। झांसी का किला देखने के बाद, किले से बाहर निकला तो किले की दीवार के पास एक लडका खाने की कोई वस्तु बेच रहा था। मुझे मालूम नहीं था कि उसका नाम क्या है? उसने नाम बताया भी था लेकिन अब याद नहीं आ रहा है। यह वस्तु देखने में पतले-पतले पापड की चूरे जैसे लग रही थी। अरे भाई यह खाने में कैसी लगती है? उसने जवाब दिया, “नमकीन जैसी लगेगी।“ ठीक है दस रुपये की बना दे। उसने दस रु की पापड के चूरे जैसी चीज मुझे दे दी। नमकीन चीज खाता हुआ किले के सामने वाली सडक पर आ गया। यहाँ से झांसी के रेलवे स्टेशन जाने के लिये तिपहिया ऑटो मिल जाते है।

सोमवार, 4 अगस्त 2014

Rani Lakshmi bai's Jhansi Fort रानी लक्ष्मीबाई वाला झांसी का किला

KHAJURAHO-ORCHA-JHANSI-12                               SANDEEP PANWAR, Jatdevta
इस यात्रा के सभी लेख के लिंक यहाँ है।01-दिल्ली से खजुराहो तक की यात्रा का वर्णन
02-खजुराहो के पश्चिमी समूह के विवादास्पद (sexy) मन्दिर समूह के दर्शन
03-खजुराहो के चतुर्भुज व दूल्हा देव मन्दिर की सैर।
04-खजुराहो के जैन समूह मन्दिर परिसर में पार्श्वनाथ, आदिनाथ मन्दिर के दर्शन।
05-खजुराहो के वामन व ज्वारी मन्दिर
06-खजुराहो से ओरछा तक सवारी रेलगाडी की मजेदार यात्रा।
07-ओरछा-किले में लाईट व साऊंड शो के यादगार पल 
08-ओरछा के प्राचीन दरवाजे व बेतवा का कंचना घाट 
09-ओरछा का चतुर्भुज मन्दिर व राजा राम मन्दिर
10- ओरछा का जहाँगीर महल मुगल व बुन्देल दोस्ती की निशानी
11- ओरछा राय प्रवीण महल व झांसी किले की ओर प्रस्थान
12- झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का झांसी का किला।
13- झांसी से दिल्ली आते समय प्लेटफ़ार्म पर जोरदार विवाद

आज के लेख में दिनांक 28-04-2014 को की गयी यात्रा के बारे में बताया जा रहा है। यदि आपको इस यात्रा के बारे में शुरु से पढना है तो ऊपर दिये गये लिंक पर क्लिक करे। इस यात्रा में अभी तक आपने पढा कि मैं खजुराहो, ओरछा भ्रमण करने के बाद झांसी पहुँच गया। झांसी व उसके आसपास कई स्थल देखने लायक है उनमें झांसी का किला सर्वोपरी है। देश को अंग्रेजो से मुक्त कराने की पहली लडाई में बुन्देलखन्ड के वीरों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। झांसी की रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों से जमकर मुकाबला किया था। सन 1857 के गदर में बुन्देलखन्ड के वीरों ने अंग्रेजों की हालत खराब की थी।

शुक्रवार, 1 अगस्त 2014

Sandeep Panwar's Life book July 2014 संदीप पवाँर की जीवनी- जुलाई २०१४

AUGUST माह में आने वाले मुख्य त्यौहार व अवकाश निम्न है।

AUG 01 Naag panchmi
AUG 10 Raksha Bandan
AUG 15 Independance Day
AUG 15 The Assumption of Mary
AUG 17 Krishna Janmashtami
Aug 29 Ganesh Chaturthi

बीते माह JULY 2014 की आपबीती का विवरण नीचे दिया है।
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