SACH PASS, PANGI VALLEY-06 SANDEEP PANWAR
रात दस बजे के करीब पांगी घाटी की मुख्य तहसील
किलाड़ कस्बे में हमारा आगमन हुआ। छोटा हाथी वाला हमारी बाइके समेत एक होटल के
सामने आकर रुक गया। वहाँ उसने कमरे के लिये पता किया लेकिन जवाब मिला कि कोई कमरा
खाली नहीं है। उस होटल के आसपास कई होटल और भी थे लेकिन किसी में कमरा खाली नहीं
मिला। कमरा देखना छोड़कर पहले हमने गाड़ी से अपनी बाइके उतारी, उसके बाद किलाड़ में
वापसी की ओर चल दिये। मैंने अपनी बाइक स्टार्ट की ओर कुछ सौ मीटर वापिस आकर कमरा
देखने चल दिया। यहाँ आते समय मुख्य बस अडड़े वाले मोड़ पर एक ढ़ाबे में खाना-पीना चल
रहा था। हम सीधे उसी ढ़ाबे वाले के पास आये।