उत्तरी अंडमान के अंतिम छोर डिगलीपुर पहुँचकर आपने
कालीपुर तट पर कछुओं का प्रजनन स्थल देखा इसके बाद यहाँ की सबसे ऊँची चोटी सैडल
पीक की ट्रेकिंग भी आपने मेरे साथ ही की है। अब आगे के यात्रा वृतांत की ओर चलते
है। यदि आप अंडमान की इस यात्रा को शुरु से पढना चाहते हो तो यहाँ माऊस से चटका लगाये
और
पूरे यात्रा वृतांत का आनन्द ले। इस लेख की यात्रा दिनांक 24-06-2014 को की गयी थी।
अंडमान निकोबार KORBYN KOVE
BEACH, PORT BLAIR, कोरबायन कोव बीच
अंडमान की सबसे ऊँची पर्वत चोटी सैडल पील की
सफल ट्रैकिंग के उपरांत हमारा वहाँ कुछ और देखने का मन नहीं था। ऐसा नहीं है इसके
अलावा वहाँ और कुछ नहीं था। डिगलीपुर में अभी भी बहुत स्थल देखने बाकि थे जिसे
रोमियो-जूलियट टापू व मड वेलकिनो (MUD VERKENO) तो हमें भी देखने थे लेकिन बारिश के मौसम में वहाँ जाने
के लिये वाहन नहीं मिल पाया। हम पोर्टब्लेयर वापिस आने के लिये सुबह सवेरे ही होटल
छोड निकल पडे। कालीपुर वाले होटल से डिगलीपुर आने के लिये जो स्थानीय/ लोकल बस चलती है वह भी समय
की बडी पाबन्द है। हम 25 किमी दूर से आये है।
पोर्टब्लेयर वाली बस के चलने से आधा घंटा पहले डिगलीपुर पहुँच गये थे। सुबह का समय
थोडा नाश्ता पानी करना भी आवश्यक था। हमारी बस दिन भर में 325 किमी की यात्रा करेगी।
दोपहर में कम से कम एक दो बार कही न कही भोजन के लिये भी रुकेगी। हम होटल से भी
बिना खाये पीये ही चले थे। जहाँ हमारी बस खडी थी उसके ठीक सामने कई ढाबे व होटल
थे। हल्का-फुल्का नाश्ता कर वापिस अपनी सीट पर विराजमान हो गये।