जाट कौन हैं? यह प्रश्न बहुत ही सरल लगता है लेकिन इसका उत्तर उतना ही कठिन है। लेकिन फिर भी मैं इसका उत्तर ऐतिहासिक दस्तावेजों के आधार पर इस संक्षेप लेख में देने का प्रयास कर रहा हूं। जाट का शाब्दिक अर्थ तथा भावार्थ एकजुट होना है अर्थात् बिखरी हुई शक्ति को इकट्ठा करना या किसी कार्य को एकजुट होकर करने वालों को ही जाट कहा जाता है। इसीलिए पाणिनि ऋषि ने लगभग 4000 वर्ष पूर्व अष्टाध्यायी मैं जट् झट् संघाते लिखा है। जाट बुद्धिजीवियों ने जाट को परिभाषित करने के लिए अंग्रेजी में इसको इस प्रकार संधिच्छेद किया है- J का अर्थ justice अर्थात् न्यायप्रिय, A का अर्थ Action अर्थात् कर्मशील, T का अर्थ Truthful अर्थात् सत्यवादी। इन तीनों गुणों के मिलने पर सम्पूर्ण जाट कहलाता है, लेकिन जाट कौन है? प्रश्न ज्यों का त्यों खड़ा है।
मैं जाट हूँ मुझे जाट होने पर गर्व है लेकिन मैं दूसरों का भी उतना ही सम्मान करता हूँ जितना वह मेरा?