LTC- SOUTH INDIA TOUR 02 SANDEEP PANWAR
ठीक 10 बजे स्टेशन पहुँचने के लिये
हम घर से घन्टा भर पहले ही एक ऑटो से निकल पड़े थे। दिल्ली के ट्रेफ़िक जाम का कोई भरोसा
नहीं होता। इसलिये समय पहले घर से निकलना ही सही रहता है। सुनील रावत का घर तो स्टेशन
के सामने भोगल में ही था जिस कारण वह तो ट्रेन चलने से मात्र 15-20 मिनट पहले ही आया था। इस यात्रा के समय मेरे पास रील वाला कैमरा था। सुनील
ने कहा कि वह अपने साले का नया डिजीटल कैमरा लेकर आयेगा। सुनील के चक्कर में मैं अपना
कैमरा घर पर ही छोड़कर आया था। सुनील के आने से पहले ही हम दोनों अपना समान अपनी सीट
पर रख चुके थे। मुझे बराबर वाली दो सीट सबसे अच्छी लगती है सोने में थोड़ी सी परेशानी
तो आती है लेकिन दिन भर बाहर के नजारे देखने में इससे बेहतर स्थान कोई दूसरा नहीं होता
है।