EAST COAST TO WEST COAST-24 SANDEEP PANWAR
वन ट्री हिल के बाद विशाल बहुत देर तक मुझे सुनाता रहा, मैंने उसकी बात एक कान से सुनी दूसरे से निकाल दी। वापिस उसी मुख्य पगड़न्ड़ी पर आ गये, जहाँ से माथेरान की अलग-अलग जगहों के लिये मार्ग अलग होते है। वन ट्री हिल की ओर आते समय पिसरनाथ मन्दिर का बोर्ड़ लगा देखा था। अब हम वापसी की ओर आते जा रहे थे। यहाँ आते समय उल्टे हाथ की ओर पिसर नाथ मन्दिर व सेरेलेट लेक/झील जाने वाली पगड़न्ड़ी पर काफ़ी दूर चलना पड़ा। जब झील किनारे पहुँच गये तो माथेरान की गर्मी से थोड़ी सी राहत मिलनी शुरु हुई। विशाल पेड़ की छाँव में बैठ गया जबकि मैं जरुरी काम से पहाड़ पर चला गया। मैंने वापिस आने के बाद देखा कि जंगल में मार्ग से हटकर बहुत सारा प्लास्टिक कचरा पड़ा हुआ था। वैसे तो पर्यावरण के नाम पर माथेरान आने वाले यात्रियों से शुल्क लेते है, लेकिन उसी पर्यावरण को बचाने के लिये सफ़ाई व्यवस्था पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है।