EAST COAST TO WEST COAST-14 SANDEEP PANWAR
ट्रेन के मामले
में अक्सर ऐसा होता आया है कि जब हम स्टेशन पहुँचने में लेट हो जाते
है तो ट्रेन समय से आ जाती है इसके विपरीत यदि हम समय से पहले स्टेशन पहुँच जाये तो
ट्रेन लेट हो जाती है ऐसा क्यों होता है? जब उदघोषणा हुई थी कि ट्रेन एक घन्टा देरी
से आयेगी तो कुछ खास परेशानी नहीं हुई क्योंकि अपुन को उस ट्रेन से सिर्फ़ 103 किमी की ही यात्रा करनी थी। जिसको तय करने में अधिक से अधिक दो-सवा दो
घन्टे का समय लग जाता। लेकिन एक घन्टा प्रतीक्षा करने के बाद हम मन ही मन सोच ही रहे
थे कि कही दुबारा से यह उदघोषणा ना हो जाये कि ट्रेन अभी भी एक घन्टा और देर से आयेगी।
जिसका ड़र था वही हो गया। जब उदघोषणा करने वाले ने दुबारा यह सूचना प्रसारित करायी कि
ट्रेन अभी पौना घन्टा देरी से आने की उम्मीद है तो उसकी यह सूचना सुनकर हमारी उम्मीदों
को जोर का झटका लग गया। लेकिन अपुन ठहरे जिददी जाट, जब पहाड़ की भयंकर चढ़ाई से नहीं
घबराते तो फ़िर ट्रेन के दो चार घन्टे देरी से चलने से क्या फ़र्क पड़ने वाला था। ट्रेन
से लेट होने से स्टेशन पर भीड़ बढ़ती ही जा रही थी। एक बार खंडवा स्टेशन पर 6 घन्टे मीटर
गेज वाली रेल की प्रतीक्षा कर चुका हूँ।