मंगलवार, 22 जनवरी 2013

गोवा ट्रेकिंग, मीरामार बीच Goa trekking, Miramar beach

गोवा यात्रा-भाग-06
यह तो हमें पहले से पता था कि आज हमारा ग्रुप चार-पाँच किमी की ट्रेकिंग करने दोना-पोला बीच तक जाने वाला है। जिसमें सबको अपने बैग साथ ले जाने है, अत: सब अपना-अपना बैग अपने कंधे पर लादकर गेट के पास पहुँच जाये। हम तो यहाँ ट्रेकिंग करने के लिये ही आये थे। ट्रेकिंग के बहाने, किसी तरह गोवा में घूमने का मौका लगे तो सही, हम सब पाँच-पाँच की लाईन में एक साथ खड़े हो गये, जहाँ पर सबसे पहले गिनती शुरु हुई, जिसके बाद हम छोटी सी समुन्द्री ट्रेकिंग पर रवाना हो गये थे।
Total members



Five star hotel

Miramar beach

कैम्प से बाहर आने के बाद हमारा समूह समुन्द्र की ओर चल दिया, हम लोग गोवा के मीरामार स्थित यूथ हॉस्टल के आँगन से होते हुए समुन्द्र किनारे जा पहुँचे थे। यहाँ से आगे की यात्रा समुन्द्र किनारे-किनारे ही चलनी थी, हम समुन्द्र के बाये हाथ चल रहे थे। सब मस्ती से किनारे-किनारे चले जा रहे थे। यहाँ पर कुछ आगे चलते ही एक शानदार होटल के आगे से होते हुए हम आगे बढ़ते जा रहे थे।
A dog taking Sea bath. 

मछुआरे अपना जाल ठीक करते हुए।

पानी की लहरों से बना ड़िजाईन।

हमने इस कैम्प के लिये पूरे आठ दिन, आठ रात के लिये मात्र तीन हजार रुपये जमा किये थे। जिसमें टैन्ट में रहना व तीनों समय का खाना पीना शामिल था। वैसे कोई भी व्यक्ति इस तरह के कैम्प में शामिल होकर यहाँ आ सकता है। यूथ हॉस्टल कैम्प में शामिल होने के लिये इसका सदस्य होना जरुरी है, जिसके लिये एक साल की सदस्यता राशि मात्र 100 रुपये है, कई लोग इसके आजीवन सदस्य भी है जिसकी राशि 1500 रुपये अदा करनी होती है। इनके होटल पूरे भारत में फ़ैले हुए है। जहाँ इनके अपने होटल नहीं है वहाँ इनका गठबन्धन अन्य होटलों के साथ है।

यहाँ गाड़ियाँ भी चलती है।

जीवों के अस्थि अवशेष।

एक समुन्द्री जीव का खोल।

किनारे-किनारे चलते हुए हमें एक घन्टा होने को जा रहा था कि तभी हमें बताया गया कि अब यहाँ से समुन्द्र का यह किनारा छोड़कर एक किमी सड़क पर चलना होगा, जिसके बाद दोना-पोला बीच आयेगा, जहाँ अजय देवगन ने सिंघम फ़िल्म में एक पाइप उखाड़ा था। किनारे पर चलते हुए काफ़ी अच्छा लग रहा था। जैसे ही किनारे से अलग हुए तो सामने ही एक छोटी सी आवासीय बस्ती दिखायी दी, इस बस्ती से होते हुए हम आगे की ओर चलते रहे, यही पर स्थानीय लोगों ने अपने भगवान ईसु मसीह की पूजा करने के लिये एक स्थान बनाया हुआ था। कुछ दिन पहले ही क्रिसमस का त्यौहार बीता था जिसकी याद यहाँ की इस कालोनी में दिखायी दे रही थी।

सुन्दर 

जीवों ने की यह चित्रकारी।

मछुआरों की नाव।

यहाँ से थोड़ा सा आगे चलते ही एक बडे से पेड़ के नीचे खडे हो गये। यहाँ इस पेड के नीचे खडे होकर समुन्द्र का किनारा बहुर खूबसूरत दिखायी दे रहा था। इस शानदार नजारे के चित्र लेने के लिये सभी में होड़ मच गयी थी। काफ़ी देर तक सबने वहाँ पर कई-कई फ़ोटो ले ड़ाले थे। यहाँ पर कैम्प का एक बन्दा हमारे साथ आया था, उसने कहा कि यहाँ से आगे बढ़ने से पहले सभी अपना परिचय बतायेंगे, उसके बाद यहाँ से आगे बढेंगे। बारी-बारी से सभी अपना परिचय देते जा रहे थे, अपना नम्बर भी आने वाला था। जब मैंने कहा कि मैं अपना बम सबसे आखिर में फ़ोडूँगा। अत: जब सभी अपने बारे में बता देंगे, तो मैं भी बता दूँगा।
इसु मसीह

X mas

आखिरकार अपना नम्बर आया तो मैंने कहा कि मेरे दोस्त मुझे जाट देवता JATDEVTA (jaatdevta नहीं) के नाम से पुकारते है, वैसे सरकारी रिकार्ड़ में नाम संदीप पवाँर sandeep panwar है। पवाँर नाम पर मत जाना, कुछ लोग पवार pawar के चक्कर में मुझे महाराष्ट्र का मानते है, जबकि मैं मेरठ मंड़ल उत्तर प्रदेश में यमुना नदी Yamuna river किनारे के गाँव शबगा Sabga का वासी हूँ। वर्तमान में दिल्ली के एक किनारे में रहता हूँ दिल्ली सरकार का कर्मचारी हूँ। अब तक सैकडों की संख्या में हिमालय में पद-यात्रा ट्रेक/ट्रेकिंग कर चुका हूँ। इस प्रकार का समूह ट्रेक मेरा पहला अनुभव है।  
wow

क्या विचार है इस चित्र के बारे में।
    
अगले लेख में आप पढ़ना कि हमने गोवा में पहली मस्ती भरी समुन्द्री ट्रेकिंग/ पदयात्रा में उस स्थल की सैर की थी जहाँ पर अजय देवगन ने सिंघम फ़िल्म में एक सीन की शूटिंग की थी।


परिचय सत्र चालू आहे।

अब सामने जाना है।





गोवा यात्रा के सभी लेख के लिंक नीचे क्रमवार दिये गये है। आप अपनी पसन्द वाले लिंक पर जाकर देख सकते है।

भाग-10-Benaulim beach-Colva beach  बेनाउलिम बीच कोलवा बीच पर जमकर धमाल
भाग-13-दूधसागर झरने की ओर जंगलों से होकर ट्रेकिंग।
भाग-14-दूधसागर झरना के आधार के दर्शन।
भाग-15-दूधसागर झरने वाली रेलवे लाईन पर, सुरंगों से होते हुए ट्रेकिंग।
भाग-16-दूधसागर झरने से करनजोल तक जंगलों के मध्य ट्रेकिंग।
भाग-17-करनजोल कैम्प से अन्तिम कैम्प तक की जंगलों के मध्य ट्रेकिंग।
भाग-18-प्राचीन कुआँ स्थल और हाईवे के नजारे।
भाग-19-बारा भूमि का सैकड़ों साल पुराना मन्दिर।
भाग-20-ताम्बड़ी सुरला में भोले नाथ का 13 वी सदी का मन्दिर।  
भाग-21-गोवा का किले जैसा चर्च/गिरजाघर
भाग-22-गोवा का सफ़ेद चर्च और संग्रहालय
भाग-23-गोवा करमाली स्टेशन से दिल्ली तक की ट्रेन यात्रा। .
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7 टिप्‍पणियां:

संजय @ मो सम कौन... ने कहा…

अनुभव जरूर अच्छा रहा होगा।
'एक दूजे के लिये’ वाला प्वाईंट देखा कि नहीं?

बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरना ने कहा…

जीवों की यह चित्रकारी मैंने मुम्बई में भी देखी है और इसके हर बार फ़ोटो खीचे बिना मन नहीं मानता। आपकी यात्रा बड़ी ही मनोरंजक लग रही है। क्या आपके यूथ कैम्प में साठ साल के जवानों को भी सदस्यता मिल सकती है? यदि हाँ तो कृपया पता बतायें।
यदि स्थानीय लोगों के रहन-सहन और साथ ही गोवा से जुड़े प्राचीन किस्सों से भी परिचित कराते चलते तो और भी अच्छा लगता।

SANDEEP PANWAR ने कहा…

कौशलेन्द्र जी यूथ कैम्प में अधिकतम उम्र का कोई बन्धन नहीं है, लेकिन प्रत्येक भागीदार को अपने स्वस्थ होने का चिकित्सक प्रमाण पत्र साथ लाना होता है, (हम भी लेकर गये थे) चाहे उसकी उम्र बीस हो या अस्सी साल।

Ankur Jain ने कहा…

आपके इस सफर की झलकियों ने मुझे मेरा गोआ टूर याद दिला दिया...सुंदर।।।

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

निश्चय ही एक रोचक अनुभव रहा होगा, अगली बार हम यही करेंगे..

दर्शन कौर धनोय ने कहा…

अति सुंदर गोवा के बीच.....हम साथ ही गोवा की सैर कर रहे है ....मैने भी आज तक नहीं देखा ..जय हो ?

दर्शन कौर धनोय ने कहा…

पूरा किस्सा पढ़कर आन्नद आ गया .......जय हो जाट देवता की

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