TOURIST PLACE IN NEW DELHI-03 SANDEEP PANWAR
दोपहर से पहले लाल किला देखा, दोपहर बाद लोटस मन्दिर देखा। अब घर चलने की बारी थी लेकिन हमारे पास अभी भी दिन छिपने में कई घन्टे बाकि थे इसलिये सोचा कि जब घर से घूमने के लिये आये ही है तो लगे हाथ एक स्थान और देख लेते है। पहले सोचा कि कुतुब मीनार देखने चलते है लेकिन कुतुब मीनार जाने के लिये घर से और भी दूर जाना पड़ता, इसलिये कुतुब मीनार को अगले अवकाश के लिये बचा कर रख लिया। निकट भविष्य में छतरपुर मन्दिर के साथ कुतुब मीनार को भी देखा जायेगा। दोनों के मध्य मुश्किल से एक-दो किमी का फ़ासला है। चलिये अब घर की ओर चलते है बीच में इन्डिया गेट नामक जगह आयेगी वहाँ समय भी ज्यादा नहीं लगेगा। वहाँ बच्चों के खेलने के लिये एक Children Park भी है। लोटस मन्दिर से आनन्द विहार जाने वाली बस में सवार हो गये। यह बस ओखला निजामुददीन सराय काले खाँ होते हुए जाती है।
निजामुददीन आते ही इस बस से उतर गये। यहाँ से इन्डिया गेट जाने वाली एक अन्य बस में बैठ गये। इन्डिया गेट पहुँचने के बाद पता लगा कि यहाँ पर सुरक्षा कारणों से पर्यटकों के आवागमन पर रोक लगायी हुई है। वैसे मैंने इन्डिया गेट कई बार देखा हुआ है। लेकिन बच्चों ने अभी तक नहीं देखा था इसलिये इन्डिया गेट की सुरक्षा में लगे वर्दी धारियों से पूछा कि इन्डिया गेट के फ़ोटो लेने का कोई इन्तजाम है। उन्होंने कहा अगर बड़े साहब यहाँ नहीं होते तो आपको फ़ोटो लेने तो जाने देते लेकिन आपको तो पता ही है कि बड़े साहब सिर्फ़ नेताओं की ही चाटते है हम अदने से सिपाही की उनके सामने क्या हैसियत है? ठीक है भाई वर्दी की नौकरी बहुत नाजुक होती है मुझे अच्छी तरह पता है।
इन्डिया गेट पर राजपथ वाली दिशा से फ़ोटो लेने के लिये सबसे अच्छी लोकेशन मानी जाती है। यहाँ एक जगह खड़े होकर इन्डिया गेट व राष्ट्रपति भवन दोनों ओर के फ़ोटो लिये जा सकते है। यहाँ से पूरा इन्डिया गेट नजर आता है। अगर किसी को केवल इन्डिया गेट का फ़ोटो ही लेना हो तो यह स्थान बहुत अच्छा है। लाल बत्ती के सामने खड़े होकर इसके फ़ोटो लिये जा सकते है। वैसे मेरे पास यहाँ के फ़ोटो तो थे ही लेकिन बच्चों को दिखाने के लिये इस राजपथ वाली लाल बत्ती तक हम जरुर आये। यहाँ से इन्डिया गेट की दूरी मुश्किल से 100-150 मीटर ही रह जाती होगी। बच्चे इस दूरी से इसे देखकर खुश थे। मेरा मन यहाँ के बहुत सारे फ़ोटो लेने का था इसलिये रोक-टोक के चक्कर में अपना मूड़ खराब, मैंने यहाँ एक भी फ़ोटो नहीं लिया। यह जो फ़ोटॊ लगाये है सभी संतोष तिड़के के लिये हुए है।
इसी लालबत्ती के पास बस स्टॉप है हमने यहाँ से मोरीगेट जाने वाली बस में बैठने का फ़ैसला किया और घर की ओर लौट चले। दिल्ली में बस से घूमने वालों के लिये एक जानकारी बड़े काम की है कि दिल्ली के हर कोने से मोरीगेट (कश्मीरी गेट बस अड़ड़ा) तक जाने वाली बसे जरुर मिल जाती है। दिल्ली का कोई सा भी किनारा देख लीजिए, आपको वहाँ से मोरीगेट तक की बस जरुर मिल जायेगी। स्कूल की पढाई के दौरान बसों में बहुत मुफ़्त की यात्रा की है। उस समय दिल्ली में रैड़ लाईन बसे चला करती थी जिसमें स्कूलों में पढ़ने वाले स्टाफ़ कहकर फ़्री में यात्रा करते थे। मैंने भी पढ़ते समय फ़्री में कई साल यात्रा की है। अब बसों में यात्रा करने का मौका ही हाथ नहीं लगता है
दिल्ली की यात्रा के क्रम में जल्द ही आपको कुतुब मीनार, छतरपुर मन्दिर, रेल संग्रहालय, अक्षरधाम मन्दिर, चिडियाघर, आदि की सैर करायी जायेगी। दिल्ली के मुख्य स्थलों की यात्रा एक बार फ़िर सपरिवार किये गये है। इससे पहले आपको कुछ अन्य यात्रा करायी जायेगी।
नीचे दिल्ली में की गयी सभी यात्राओं के लिंक लगाये गये है।
01-
05- महरौली के पास छतरपुर मन्दिर
06- भारत की सबसे ऊँची मीनार कुतुब मीनार /विष्णु स्तम्भ
07- अक्षरधाम मन्दिर
08- पुराना किला
09- दिल्ली का चिडियाघर
10-
सामने राष्ट्रपति भवन का शिखर दिखायी दे रहा है। |
पुलिस की गाडियों की लगी कतार |
3 टिप्पणियां:
india gate kai baar dekha par aapki najar से देखना बहुत ही acchha laga
हंयं !!! कभी सोचा ही नहीं था कि इंडिया गेट भी पोस्ट का विषय हो सकता है. घर की मुर्गी दाल बराबर.
हर बार देखते हैं, इस बार लगा मज़ेदार
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