नन्दा देवी
राजजात-रुपकुण्ड-मदमहेश्वर-अनुसूईया-रुद्रनाथ-01 लेखक SANDEEP PANWAR
इस यात्रा के सभी लेखों के लिंक नीचे दिये गये है। जिस पर क्लिक करोगे वही लेख खुल जायेगा।
भाग-01 दिल्ली से हरिद्वार होकर वाण तक, बाइक यात्रा।
भाग-02 वाण गाँव से वेदनी होकर भगुवा बासा तक ट्रेकिंग।
भाग-03 रुपकुण्ड के रहस्मयी नर कंकाल व होमकुन्ड की ओर।
भाग-04 शिला समुन्द्र से वाण तक वापस।
भाग-05 वाण गाँव से मध्यमहेश्वर प्रस्थान।
भाग-06 मध्यमहेश्वर दर्शन के लिये आना-जाना।
भाग-07 रांसी से मंडक तक बाइक यात्रा।
भाग-08 अनुसूईया देवी मन्दिर की ट्रेकिंग।
भाग-09 सबसे कठिन कहे जाने वाले रुद्रनाथ केदार की ट्रेकिंग।
भाग-10 रुद्रनाथ के सुन्दर कुदरती नजारों से वापसी।
भाग-11 धारी देवी मन्दिर व दिल्ली आगमन, यात्रा समाप्त।
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भाग-01 दिल्ली से हरिद्वार होकर वाण तक, बाइक यात्रा।
भाग-02 वाण गाँव से वेदनी होकर भगुवा बासा तक ट्रेकिंग।
भाग-03 रुपकुण्ड के रहस्मयी नर कंकाल व होमकुन्ड की ओर।
भाग-04 शिला समुन्द्र से वाण तक वापस।
भाग-05 वाण गाँव से मध्यमहेश्वर प्रस्थान।
भाग-06 मध्यमहेश्वर दर्शन के लिये आना-जाना।
भाग-07 रांसी से मंडक तक बाइक यात्रा।
भाग-08 अनुसूईया देवी मन्दिर की ट्रेकिंग।
भाग-09 सबसे कठिन कहे जाने वाले रुद्रनाथ केदार की ट्रेकिंग।
भाग-10 रुद्रनाथ के सुन्दर कुदरती नजारों से वापसी।
भाग-11 धारी देवी मन्दिर व दिल्ली आगमन, यात्रा समाप्त।
नन्दा देवी राजजात यात्रा
कुम्भ के मेले की तरह पूरे 12 साल बाद आती है
लेकिन सन 2014 ऐसा साल रहा
जिसमें यह यात्रा 12 साल की जगह 14 साल में हो पायी। यह
यात्रा पिछले साल केदारनाथ हादसे के कारण नहीं हो पायी। जब मैंने इस यात्रा के
बारे में सुना था तब यह इरादा कर लिया था कि जब भी यह यात्रा होगी इसमें मैं अवश्य
शामिल रहूँगा। अधिकारिक रुप से इस यात्रा का समय 18 अगस्त को आरम्भ हो चुका
था। इस यात्रा की अवधि 18 अगस्त से लेकर 06 सितम्बर तय की गयी थी।
इस यात्रा के शुरु के 12 दिन में मेरी कोई रुचि नहीं थी। ऐसा नहीं था कि मुझे
सम्पूर्ण नन्दा देवा राज जात यात्रा देखने की इच्छा नहीं है। समस्या समय की कमी है।
नौकरी व बच्चों की जिम्मेदारी से पूरी तरह मुक्त होकर घुमक्कडी कार्य अपनी दैनिक
जीवन का हिस्सा बन जायेगा। फिर तो साल में अवकाश मनाने घर आया करुँगा। जैसे फौजी
दो महीने की छुट्टी काटने घर आते है। ठीक वैसे ही। खैर उस काम में अभी बहुत लम्बा
समय बाकि है। मेरी रिटायरमेंट 30 जून 2036 में निर्धारित है। अगर
सरकार रिटायरमेंट की उम्र 55 भी करती है तो
मैं उसका स्वागत करुँगा। अपने आप रिटायरमेंट लेने की तो कोई मुश्किल से ही सोचता
है। यात्रा छोड अपनी रिटायरमेंट में घुस गया चलो नन्दा देवी यात्रा पर लौट चलते
है। इस यात्रा को करने के लिये वाण गाँव आधार माना जाता है। यात्रा भले ही नौटी से
आरम्भ होती हो लेकिन सडक वाण आकर ही समाप्त होती है।