अगर किसी ने सारे पढ लिये तो देखना उसकी आँखे ऐसी तो नहीं हो गयी है।
एक आम सूचना- सभी हंस गुल्ले मैंने किसी न किसी के ब्लॉग के लिये है जिन्हे मैं कई महीनों से एकत्र कर रहा था, मैंने एक भी नहीं लिखा है।पढ़े और जमकर हँसे...........
एक आम सूचना- सभी हंस गुल्ले मैंने किसी न किसी के ब्लॉग के लिये है जिन्हे मैं कई महीनों से एकत्र कर रहा था, मैंने एक भी नहीं लिखा है।पढ़े और जमकर हँसे...........
(मैं तो ब्लॉगिंग छोड रहा था अब झेलों)
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दो औरतें आम के पेड़ के नीचे काफ़ी देर से आपस में बात कर रही थीं, कि तभी एक आम अचानक टूट कर नीचे गिर गया।
पहली औरत बोली- ये आम कैसे गिरा?
दूसरी औरत कुछ बोलने ही वाली थी कि तभी आम हाथ जोड़कर बोला, "मैं पक गया हूँ तुम दोनों की बातें सुनकर।
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एक बार एक जाट और एक राजपूत में बहस चल पड़ी । राजपूत कहता कि हम बड़े और जाट कहता कि हम।
राजपूत बोला- हम हैं 'ठाकुर' जाट बोला- तो क्या, हम हैं 'चौधरी'
राजपूत बोला- हम हैं 'छत्री' (क्षत्रिय) जाट बोला- हम हैं 'तंबू'
राजपूत - 'तंबू' क्या होता है? जाट - छतरी का फूफा
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शिव/भोले ने जब जाट बनाया तो उसे सब कुछ दिया - तेज़ दिमाग़, लंबा चौड़ा शरीर, लेकिन ज़ुबान ना दी, तो पार्वती बोली "प्रभु आपने कितना सुथरा आदमी बनाया है ये जाट. इसे भी ज़ुबान दे दो ताकि यह भी बोल सके" शिवजी ने कहा "ना पार्वती यह बिना ज़ुबान के ही ठीक है" लेकिन पार्वती ना मानी शिवजी के पैर पकड़ लिए पार्वती की ज़िद के चलते शिवजी ने जाट को ज़ुबान दे दी। ज़ुबान मिलते ही जाट बोला "अरे भोले, यो सुथरी सी लुगाई कित से मारी"
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एक जाट हो तो वह जाट होता है।
दो जाट एक साथ हो तो मौज हो जाती है।
तीन जाट एक साथ हो तो कंपनी बन जाती है।
चार जाट एक साथ हो तो फौज बन जाती है।