दोस्तों, मेरे जैसे
घुमक्कड बन्धु साल भर नये-नये प्रदेश देखने जाते रहते है। चूंकि घुमक्कडी सनक अपुन
पर भी सवार है तो मुझे जब भी मौका मिलता है तो घर परिवार बच्चों को घर छोडकर घूमने
चला जाता हूँ। साल में दो-तीन मौके ऐसे भी आते है जब सपरिवार यात्रा करने का मौका
मिलता है। आज के लेख में आपको वर्तमान साल सन 2014 में की गयी यात्राओं के बारे में बताया गया है।
इस साल नये साल वाले दिन
ही कश्मीर यात्रा के लिये सपरिवार जाना हुआ था। इस यात्रा में कश्मीर की डल झील,
निशात बाग, शालीमार बाग व अन्य बाग के अलावा पहलगाम यात्रा की गयी थी। इस यात्रा के बारे में आपको सचित्र विवरण बताया
जा चुका है। जिसका लिंकयहाँ है। इस लिंक पर क्लिक कर आप इस यात्रा को पढ व देख सकते है।
बीकानेर यात्रा में राकेश के साथ लडेरा गाँव स्थित मरुभूमि महोत्सव देखने
का कार्यक्रम बनाया गया था। इस यात्रा के बारे में आपको सचित्र विवरण बताया जा
चुका है। जिसका लिंक यहाँहै। इस लिंक पर क्लिक कर आप इस यात्रा को पढ व देख सकते है।
सरिस्का के वन की यात्रा उलाहेडी निवासी अशोक भाई के सौजन्य से की गयी थी। इस यात्रा में
भानगढ के भूतों का किला भी देखा गया था। इसके अलावा नीमराणा की बहुमंजिला बावडी भी
देखी गयी थी। इस यात्रा के बारे में आपको सचित्र विवरण बताया जा चुका है।जिसका लिंक यहाँ है।इस लिंक पर क्लिक कर आप इस यात्रा को पढ व देख सकते है।