इस पेज में हिमाचल प्रदेश राज्य में की गयी यात्रा के लिंक दिये गये है।
01. HIMACHAL RING ROAD
02. श्रीखण्ड महादेव बाइक व ट्रेकिंग यात्रा
03. शिमला वाली भारतीय पहाड़ी रेल की ट्राय ट्रेन की कालका तक सवारी
04. शिमला के सबसे ऊँची चोटी जाखू पर्वत के हनुमान जी का जाखू मन्दिर
05. हिमाचल में कुल्लू-मनाली-रोहतांग सहित पहली बाइक यात्रा।
06. हिमाचल के मनाली होकर लेह-लद्धाख के लिये बाइक वाली यात्रा।
07. भाखड़ा-नांगल बांध/डैम
08. नैना देवी मन्दिर
09. ज्वाला जी/मुखी मन्दिर
10. ड़लहौजी में पंजपुला की सैर।
11. ड़लहौजी के पास काला टोप की कुदरती सुन्दरता।
12. खजियार जिसे भारत का स्विटजरलैंड़ भी कहते है।
13. 2012 की मणिमहेश यात्रा। का विस्तृत विवरण
2005 की पहली मणिमहेश यात्रा।
14. 9 देवी हिमाचल की यात्रा।
15. चम्बा से आगे भरमौर स्थित चौरासी 84 मन्दिर।
16. ड़लहौजी से आगे काला टोप नामक खूबसूरत स्थल।
17. कांगड़ा घाटी में पर्वत काट कर बनाया गया मशरुर का शैल मन्दिर की स्थापत्य कला।
18. पठानकोट जोगिन्द्रनगर नैरो गेज रेलवे लाईन पर नगरोटा सूरियाँ से पालमपुर तक की रेल यात्रा।
01. HIMACHAL RING ROAD
02. श्रीखण्ड महादेव बाइक व ट्रेकिंग यात्रा
03. शिमला वाली भारतीय पहाड़ी रेल की ट्राय ट्रेन की कालका तक सवारी
04. शिमला के सबसे ऊँची चोटी जाखू पर्वत के हनुमान जी का जाखू मन्दिर
05. हिमाचल में कुल्लू-मनाली-रोहतांग सहित पहली बाइक यात्रा।
06. हिमाचल के मनाली होकर लेह-लद्धाख के लिये बाइक वाली यात्रा।
07. भाखड़ा-नांगल बांध/डैम
08. नैना देवी मन्दिर
09. ज्वाला जी/मुखी मन्दिर
10. ड़लहौजी में पंजपुला की सैर।
11. ड़लहौजी के पास काला टोप की कुदरती सुन्दरता।
12. खजियार जिसे भारत का स्विटजरलैंड़ भी कहते है।
13. 2012 की मणिमहेश यात्रा। का विस्तृत विवरण
2005 की पहली मणिमहेश यात्रा।
14. 9 देवी हिमाचल की यात्रा।
15. चम्बा से आगे भरमौर स्थित चौरासी 84 मन्दिर।
16. ड़लहौजी से आगे काला टोप नामक खूबसूरत स्थल।
17. कांगड़ा घाटी में पर्वत काट कर बनाया गया मशरुर का शैल मन्दिर की स्थापत्य कला।
18. पठानकोट जोगिन्द्रनगर नैरो गेज रेलवे लाईन पर नगरोटा सूरियाँ से पालमपुर तक की रेल यात्रा।
11. ततापानी के गर्म पानी सहित वाया शिमला होकर दिल्ली तक की यात्रा।
12. जालंधर-पठानकोट-बनीखेत-ड़लहौजी-बनीखेत तक की यात्रा
04- वन विभाग के ठिकाने से नाले पार गुफ़ा तक (भण्ड़ारे के सभी सामान में कुछ लोगों ने आग लगा दी)
05- गुफ़ा से पार्वती कुन्ड़ तक
06- पार्वती कुन्ड़ से किन्नर कैलाश शिला तक
07- किन्नर कैलाश शिवलिंग/शिला दर्शन कर वापसी में वन विभाग के कमरे तक
11- शिमला का 150 साल पुराना चर्च, रिज मैदान व माल रोड़ का भ्रमण
03- करेरी गाँव के शानदार नजारे, और भूत बंगला
04- धर्मशाला की ड़ल लेक।
05- धर्मशाला के चाय बागान के बीच यादगार घुमक्कड़ी।
06- कुनाल पत्थरी माता मन्दिर, शक्ति पीठ माता के 52 पीठ में से एक।
07- नगरकोट कांगड़ा का मजबूत दुर्ग / किला
08- मैक्लोड़गंज के भागसूनाग स्विमिंग पुल के ठन्ड़े पानी में स्नान Back to Delhi
किन्नौर व लाहौल-स्पीति की बाइक यात्रा के सभी लेख के लिंक नीचे दिये है।
12- नाको गाँव की झील देखकर खतरनाक मलिंग नाला पार कर खरदांगपो तक
13- खरदांगपो से सुमडो (कौरिक बार्ड़र) के पास ममी वाले गियु गाँव तक (चीन की सीमा सिर्फ़ दो किमी)
14- गियु में लामा की 500 वर्ष पुरानी ममी देखकर टाबो की मोनेस्ट्री तक
15- ताबो मोनेस्ट्री जो 1000 वर्ष पहले बनायी गयी थी।
16- ताबो से धनकर मोनेस्ट्री पहुँचने में कुदरत के एक से एक नजारे
17- धनकर गोम्पा (मठ) से काजा
18- की गोम्पा (मठ) व सड़क से जुड़ा दुनिया का सबसे ऊँचा किब्बर गाँव (अब नहीं रहा)
20- कुन्जुम दर्रे के पास (12 km) स्थित चन्द्रताल की बाइक व ट्रेकिंग यात्रा
21- चन्द्रताल मोड बातल से ग्रामफ़ू होकर रोहतांग दर्रे तक
22- रोहतांग दर्रे पर वेद व्यास कुन्ड़ जहां से व्यास नदी का आरम्भ होता है।
23- मनाली का वशिष्ट मन्दिर व गर्म पानी का स्रोत
12. जालंधर-पठानकोट-बनीखेत-ड़लहौजी-बनीखेत तक की यात्रा
04- वन विभाग के ठिकाने से नाले पार गुफ़ा तक (भण्ड़ारे के सभी सामान में कुछ लोगों ने आग लगा दी)
05- गुफ़ा से पार्वती कुन्ड़ तक
06- पार्वती कुन्ड़ से किन्नर कैलाश शिला तक
07- किन्नर कैलाश शिवलिंग/शिला दर्शन कर वापसी में वन विभाग के कमरे तक
11- शिमला का 150 साल पुराना चर्च, रिज मैदान व माल रोड़ का भ्रमण
03- करेरी गाँव के शानदार नजारे, और भूत बंगला
04- धर्मशाला की ड़ल लेक।
06- कुनाल पत्थरी माता मन्दिर, शक्ति पीठ माता के 52 पीठ में से एक।
07- नगरकोट कांगड़ा का मजबूत दुर्ग / किला
08- मैक्लोड़गंज के भागसूनाग स्विमिंग पुल के ठन्ड़े पानी में स्नान Back to Delhi
06- करछम से सांगला घाटी होकर छितकुल गाँव तक
07- छितकुल भारत के अन्तिम गाँव की यात्रा, बास्पा नदी किनारे व माथी मन्दिर भ्रमण
08- सांगला की सुन्दर घाटी व कमरु के किले का भ्रमण
07- छितकुल भारत के अन्तिम गाँव की यात्रा, बास्पा नदी किनारे व माथी मन्दिर भ्रमण
08- सांगला की सुन्दर घाटी व कमरु के किले का भ्रमण
09- सांगला से रकछम पोवारी (रिकांगपियो) होकर खाब पुल तक
10- खारो पुल से खाब पुल होकर काजिंग की शुरुआत तक
11- सतलुज व स्पीति के संगम (काजिंग) से नाको गाँव की झील तल10- खारो पुल से खाब पुल होकर काजिंग की शुरुआत तक
12- नाको गाँव की झील देखकर खतरनाक मलिंग नाला पार कर खरदांगपो तक
13- खरदांगपो से सुमडो (कौरिक बार्ड़र) के पास ममी वाले गियु गाँव तक (चीन की सीमा सिर्फ़ दो किमी)
14- गियु में लामा की 500 वर्ष पुरानी ममी देखकर टाबो की मोनेस्ट्री तक
15- ताबो मोनेस्ट्री जो 1000 वर्ष पहले बनायी गयी थी।
16- ताबो से धनकर मोनेस्ट्री पहुँचने में कुदरत के एक से एक नजारे
17- धनकर गोम्पा (मठ) से काजा
18- की गोम्पा (मठ) व सड़क से जुड़ा दुनिया का सबसे ऊँचा किब्बर गाँव (अब नहीं रहा)
20- कुन्जुम दर्रे के पास (12 km) स्थित चन्द्रताल की बाइक व ट्रेकिंग यात्रा
21- चन्द्रताल मोड बातल से ग्रामफ़ू होकर रोहतांग दर्रे तक
22- रोहतांग दर्रे पर वेद व्यास कुन्ड़ जहां से व्यास नदी का आरम्भ होता है।
23- मनाली का वशिष्ट मन्दिर व गर्म पानी का स्रोत
उत्तर भारत के राज्य NORTH INDIAN STATE