लेह बाइक यात्रा-
दूसरा दिन तो बीत गया। दिन तो मजेदार था, किन्तु आज की रात हमारी ज़िंदगी की सबसे बुरी रात बन गयी। नाम की भरतपुर सिटी कुल मिलाकर 8 टैन्ट थे। पक्के मकान के नाम पर हमें ढूंढने पर भी कुछ ना मिल सका, सडक व पत्थर के सिवा। एक टैंन्ट में पन्द्रह-बीस लोग आसानी से सो सकते है। एक बंदे का किराया 100 रुपये था। पहाड पर चारों ओर बर्फ़ ही बर्फ़ थी, टैन्ट से 30-40 मीटर की दूरी पर ही तो थी। बडे मजे से खाना खाया, नमकीन चावल बडे स्वादिष्ट जो बने थे।
बर्फ़ीला मार्ग इसे कहते है,स्वर्ग।