tag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post7560464019642732210..comments2024-03-23T14:30:56.868+05:30Comments on Travelogues in Hindi : Shidi Ghat Danger Trekking सीढ़ी घाट की खतरनाक चढ़ाईSANDEEP PANWARhttp://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-42905529468798504362017-07-07T17:52:37.676+05:302017-07-07T17:52:37.676+05:30Amazing Jaat Devta Bhai.. jankaarion ke liye shukr...Amazing Jaat Devta Bhai.. jankaarion ke liye shukriya, aapka blog mujhe bahut pasand hai.<br />Sainet Technologieshttps://www.blogger.com/profile/17322756961358230728noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-19685212539026038022013-04-09T13:34:45.700+05:302013-04-09T13:34:45.700+05:30लेख पढ़कर व फोटो देखकर ही अंदाजा हो जाता है की वाकई...लेख पढ़कर व फोटो देखकर ही अंदाजा हो जाता है की वाकई में सीढ़िघाट की यात्रा काफी कठिन हैं...| जब यह रास्ता इतना खतरनाक है तो सरकार इस रास्ते को बंद क्यों नहीं कर देती....?<br /><br />Ritesh Guptahttps://www.blogger.com/profile/08778571076761815036noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-76449717278127050852013-03-30T12:16:15.793+05:302013-03-30T12:16:15.793+05:30दर्शन जी सारी डरावनी चीज़े जैसे कि ऊँचाई से घबराहट...दर्शन जी सारी डरावनी चीज़े जैसे कि ऊँचाई से घबराहट, जूतों का फिसलना , मोटापा , थक जाना , भारी बैग, क्रेम्पस् यह सब मेरे साथ हो रहा था संदीप भाई के साथ तो नहीं . अभी उनकी हड्डीयो में इतना दम है कि वे ४ से ५ साल तक तो बिना जिझक के ऐसी घुमक्कडी कर सकते है. बादमे उन्हें थोडा ध्यान रखना होगा. <br /><br />लेकिन आपकी राय से सहमत हूँ. संदीप भाई को अपने बच्चो का मूह देख लेना चाहिए . खाली फ़ोकट कि रिस्क क्यूँ लेनी है ????Vishal Rathodhttps://www.blogger.com/profile/15364692809486387555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-35796155374326741442013-03-29T21:33:55.946+05:302013-03-29T21:33:55.946+05:30वाह, भारत में सौन्दर्य बिखरा पड़ा है।वाह, भारत में सौन्दर्य बिखरा पड़ा है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-36384449992066067762013-03-29T12:23:13.969+05:302013-03-29T12:23:13.969+05:30हैं भगवन मेरा पैर तो सुन्न ही हो गया पढ़कर और चित...हैं भगवन मेरा पैर तो सुन्न ही हो गया पढ़कर और चित्र देखकर ही ..जाने का तो सोच भी नहीं सकती हा हा हा हा जब तुमने फोन पर बताया था की हम भीमा शंकर की यात्रा के बाद बॉम्बे आयेगे तो सोचा भी नहीं था की तुम एक मौत और जिन्दगी की जंग लड़कर जा रहे हो ..अविस्मरनीय है यह यात्रा ....पर अपना नहीं तो बच्चो का मुंह देखा करो संदीप ...मेरे रोंगटे खड़े हो गए दर्शन कौर धनोयhttps://www.blogger.com/profile/06042751859429906396noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-67221952990451384962013-03-29T11:13:59.173+05:302013-03-29T11:13:59.173+05:30वैसे मैंने यह पोस्ट कल पढ़ी थी लेकिन कमेन्ट करने क...वैसे मैंने यह पोस्ट कल पढ़ी थी लेकिन कमेन्ट करने का टाइम नहीं मिला था. <br /><br />जाट न होता तो यह विशाल राम को प्यारा हो जाता. इसमें कोई शक नहीं है . मेरे मुह से शिव का नाम लगातार चल रहा था और आखरी वाली चढाई तो भोलेनाथ ने ही करवाई . <br /><br />बहुत दिनों के बाद कुछ कड़क और लाजवाब चीज़ पढ़ रहा हूँ . यह इसलिए नहीं कि मैं भी यात्रा कर रहा हूँ लेकिन वाकई में पोस्ट का विवरण बहुत बढ़िया और सजीव है . <br /><br />ऐसे ही लिखते रहिये संदीप भाई . रोमांच और उत्कटता को जारी रखो.<br /><br />धन्यवाद<br /><br /><br />Vishal Rathodhttps://www.blogger.com/profile/15364692809486387555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-79263038967316144202013-03-28T16:13:29.573+05:302013-03-28T16:13:29.573+05:30अरे भाई कंहा पहुँच गए हो, बड़ा ही रोमान्चंक वर्णन ...अरे भाई कंहा पहुँच गए हो, बड़ा ही रोमान्चंक वर्णन हैं, भीमाशंकर के लिए तो सड़क मार्ग भी जाता हैं...प्रवीण गुप्ता - PRAVEEN GUPTAhttps://www.blogger.com/profile/02103326902710548202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-23535138685208391112013-03-28T13:55:52.896+05:302013-03-28T13:55:52.896+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
आपको सूचित करते हुए हर्ष हो...बहुत सुन्दर प्रस्तुति!<br />आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि-<br />आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल शुक्रवार के <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow">चर्चा मंच-1198</a> पर भी होगी!<br />सूचनार्थ...सादर!<br />--<br />होली तो अब हो ली...! लेकिन शुभकामनाएँ तो बनती ही हैं।<br />इसलिए होली की हार्दिक शुभकामनाएँ!<br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-29847302345103579672013-03-28T13:26:12.285+05:302013-03-28T13:26:12.285+05:30बेहद रोमांचक वर्णन...बेहद रोमांचक वर्णन...Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.com