tag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post6454910146093692463..comments2024-03-23T14:30:56.868+05:30Comments on Travelogues in Hindi : Know about Jat जाट कौन हैं ?SANDEEP PANWARhttp://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.comBlogger22125tag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-6778206542602686422020-11-20T18:59:43.435+05:302020-11-20T18:59:43.435+05:30Rajputs even marry with chamars. Ravan rajputs, Rajputs even marry with chamars. Ravan rajputs, Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/12157601165531775581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-57239176921982946652020-11-11T19:07:50.553+05:302020-11-11T19:07:50.553+05:30जाट एकता जिंदाबाद।।
जाट देवता<a href="https://newsbeats.in/jaat-status/" rel="nofollow">जाट</a> एकता जिंदाबाद।।<br />जाट देवताNews Beatshttps://www.blogger.com/profile/10528224446996089116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-59714820917831194502020-04-17T21:30:12.517+05:302020-04-17T21:30:12.517+05:30Gupta ji ye bat aapko usdin bolni chahiye thi jisd...Gupta ji ye bat aapko usdin bolni chahiye thi jisdin haryana main 35 bnam 1 ka nara lagaya gya tha Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/01646380509884975863noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-80815941025664548322018-04-22T04:51:48.295+05:302018-04-22T04:51:48.295+05:30मैडम, वसुंधरा राजे ने जाट से शादी कि, झाडू सिंह फो...मैडम, वसुंधरा राजे ने जाट से शादी कि, झाडू सिंह फोगाट ने बोद (भिवानी) गाँव कि राजपूत लड़की से शादी की, जींद के जाट राजा कि शादी सांवड (भिवानी) जसवंत सिंह पंवार (राजपूत) कि लड़की से शादी की, नाभा के महाराजा कि पत्नी राजपूत थी, उनको कभी भी इस प्रकार कि कोई शिकायत नहीं हुई? STARhttps://www.blogger.com/profile/02506443665772081013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-4163660398082840342018-01-10T23:18:57.918+05:302018-01-10T23:18:57.918+05:30जिनको लगता है कि बुद्ध धर्म असली और हिन्दू धर्म का...जिनको लगता है कि बुद्ध धर्म असली और हिन्दू धर्म काल्पनिक है तो पहले गूगल पर यह सर्च कर की सबसे पुरानी किताब अभी दुनिया मे कोनसी है।<br />दूसरी बात जाटो को शुद्र बोलो क्षत्रिय बोलो या वैश्य बोलो जाट तो जाट ही रहेगा।<br />जय जाट जय हिंदुत्व।<br />किसीको कुछ पूछना हो तो नंबर ये रहे हूं 9461049828kituhttps://www.blogger.com/profile/04957513636063355975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-52938323885180713072017-07-29T18:06:32.918+05:302017-07-29T18:06:32.918+05:30Jat Marriage Bureau | Best Jat Marriage Bureau Fre...Jat Marriage Bureau | Best Jat Marriage Bureau Free WebSite Jat Marriage Bureau site free of cost service at Bharatpur, we are here for weds at local place, contact us directly 8104424174 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fir. ha aap logo ko bolne me or shiksha me progess ki jarurat bahut he me is bat ko jarur manti hu tarike me sudhar ki jarurat he agar ise nahi badla to log apko isi tarah badnam karenge so pls devlop to yourself or sabse jaruri bat ladkiyo ka devlopment bahut jaruri he unko chardiwari me rakhna band karo unko aprociate karo. bura mat manana welcomehttps://www.blogger.com/profile/12530070565599093678noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-81594964642940595722017-04-28T17:15:14.793+05:302017-04-28T17:15:14.793+05:30me ek rajput jati ki ladki hu humaye yaha bhi mama...me ek rajput jati ki ladki hu humaye yaha bhi mamaji ne love marriage ki he jat ladki se. magar hume to esa nahi laga vo shudra he ya hindu nahi he ha me manti hu unme bhasha ko lekar kuch kami me magar ye log mehnat karte he ye sach he or ke jese chalak nhi hote or log jante he ye agar jagruk ho gaye to ek power ki tarah kam kar sakte he isliye inko pariciate nahi karte bade dukh ki bat he agar ye jag gaye to baniya pandit gaya fir. ha aap logo ko bolne me or shiksha me progess ki jarurat bahut he me is bat ko jarur manti hu tarike me sudhar ki jarurat he agar ise nahi badla to log apko isi tarah badnam karenge so pls devlop to yourself or sabse jaruri bat ladkiyo ka devlopment bahut jaruri he unko chardiwari me rakhna band karo unko aprociate karo. bura mat manana welcomehttps://www.blogger.com/profile/12530070565599093678noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-91871739053451072892017-04-28T17:14:54.173+05:302017-04-28T17:14:54.173+05:30me ek rajput jati ki ladki hu humaye yaha bhi mama...me ek rajput jati ki ladki hu humaye yaha bhi mamaji ne love marriage ki he jat ladki se. magar hume to esa nahi laga vo shudra he ya hindu nahi he ha me manti hu unme bhasha ko lekar kuch kami me magar ye log mehnat karte he ye sach he or ke jese chalak nhi hote or log jante he ye agar jagruk ho gaye to ek power ki tarah kam kar sakte he isliye inko pariciate nahi karte bade dukh ki bat he agar ye jag gaye to baniya pandit gaya fir. ha aap logo ko bolne me or shiksha me progess ki jarurat bahut he me is bat ko jarur manti hu tarike me sudhar ki jarurat he agar ise nahi badla to log apko isi tarah badnam karenge so pls devlop to yourself or sabse jaruri bat ladkiyo ka devlopment bahut jaruri he unko chardiwari me rakhna band karo unko aprociate karo. bura mat manana welcomehttps://www.blogger.com/profile/12530070565599093678noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-59392436145743694262017-03-31T16:05:42.465+05:302017-03-31T16:05:42.465+05:30अगर रामायण बौद्ध धर्म से पहले की हैं तो रामायण में...अगर रामायण बौद्ध धर्म से पहले की हैं तो रामायण में बौद्ध धर्म का उल्लेख कैसें ???<br /><br /><br />माना बौद्ध धर्म अति प्राचीन नही हैं <br />पर तथाकतिथ रामायण का निर्माण बौद्ध धर्म के बाद ही हुआ हैं!!<br />और रामायण के साथ साथ ही मनुस्मर्ति का निर्माण हुआ ! और फिर हिदुंत्व( बामणवाद) इस दुनिया में फैला !!<br /><br />जबकी सबसे पुराना और मानवता वादी धर्म जाटों का वैदिक रहा हैं <br />वेदों की रचना जाटों ने की थी ! लेक्न आज कल की पुस्तकों मे वेदो को फी हिदुंत्व के अननसार लिख दिया हैं <br /><br />धर्म पर लड़ने से कोई फायदा नही हैं <br /><br />जाट हो जाट बनके रहों 🙏🙏ashoksinghbhaduhttps://www.blogger.com/profile/17607841290442961289noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-64307991200773775842016-04-06T11:32:01.992+05:302016-04-06T11:32:01.992+05:30अहिंसावादी बौद्ध धर्म दुनियाँ के 20से अधिक देशों म...अहिंसावादी बौद्ध धर्म दुनियाँ के 20से अधिक देशों में फैला हुआ है. जाट न तो ब्राह्मणों की संतान है न ही उनका ब्राह्मणवाद से कुछ लेना देना है. जाट - ब्राह्मण, वैश्य तथा क्षत्रिय नहीं है. पुराने समय से ब्राहण उसे शूद्र के तौर पर ट्रीट करते रहे हैं, कभी उसे वर्ण संकर कहते हैं तो कभी कुछ और! चौधरी देवीलाल को राजस्थान के मन्दिर में जाने से यह कहकर रोक दिया गया था कि वे शूद्र हैं. मनुवादी लोग जाटों का इस्तेमाल अपनी अवैतनिक पैदल सेना के तौर पर करते रहे हैं. कभी उन्हें आर्य समाज के नाम पर हिंदू फोल्ड में बनाए रखने की कवायद की गई तो कभी उनका इस्तेमाल दलित और मुसलमान से लड़ने में किया गया. जाट संस्कृति ब्राह्मणवाद से भिन्न है. यह सही है कि ब्राह्मणवाद के प्रभाव और बहकावे में आकर कुछ जाट भी उंच-नीच करने लगे हैं. डॉ अम्बेडकर और सर छोटूराम दोनों ही ने कमेरी जातियों का स्तर उपर उठाने में अपनी ऐतिहासिक भूमिका निभाई है. धर्म के नाम पर की जाने वाली राजनीति असल में अपरकास्ट को फायदा पंहुचाने की पालिटिक्स है. ब्राह्मणवाद का असर मुसलमान और सिक्ख धर्म पर भी पड़ा है, इसकी वजह से वहाँ भी जातिप्रथा शुरू हो गई. मनुवादियों ने सबका शोषण किया है. धीरे-धीरे वैश्य, क्षत्रिय भी ब्राह्मण मंडली से बाहर आकर ब्राह्मणवाद से सीमित संघर्ष करने लगा है. आम आदमी पार्टी इसका उदाहरण है. जाट देवताhttps://www.blogger.com/profile/17556345636263631211noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-48050386918882529942016-04-06T10:48:07.699+05:302016-04-06T10:48:07.699+05:30गुप्ता जी, आपकी टिप्पणी में आरएसएस का राजनीतिक प्र...गुप्ता जी, आपकी टिप्पणी में आरएसएस का राजनीतिक प्रचार झलक रहा है. जबसे भारत की पिछड़ी जातियों ने तथाकथित अपरकास्ट को विदेशी बताना शुरू करके मूलनिवासी का आन्दोलन छेड़ा है. तब से आरएसएस का समर्थन करने वाले (मुख्यतः ब्राह्मण-बनिए) आर्यों को भारत का मूलनिवासी बताने लगे हैं. तिलक ने किताब लिख कर आर्यों को बाहर से आया हुआ माना था. राहुल सांस्कृत्यायन ने 'वोल्गा से गंगा' किताब में आर्यों को विदेश से आया हुआ बताया है. अंग्रेजी राज में ब्राह्मण खुद को बाहर से आया हुआ बताकर अंग्रेजों से एकता कायम करने में लगे रहते थे. डिस्कवरी ऑफ़ इण्डिया में भी आर्यों के बाहर से आने का ज़िक्र है. भारत में आर्य नस्ल बाहर से आई है, जिसने सिन्धु घाटी सभ्यता को बर्बाद कर दिया था. वर्ण का अर्थ है रंग. हिंदू शब्द बहुत पुराना नहीं है, यह शब्द आपको वेदों में नहीं मिलेगा. हिंदू धर्म के सभी त्यौहार भारत के मूलनिवासियों पर की गई हिंसा को सेलीब्रेट करते हैं. मूलनिवासी महिला होलिका को मार कर होली मनाते हैं, तो मूलनिवासी राजा महिषासुर को घोखे से मार कर दुर्गा पूजा मनाई जाती है. सभी देवी-देवता हथियारों से लैस दिखते हैं. भारत बहुत सारी नस्लों, संस्कृतियों और धर्मों का समुच्य है. हमें विविधता में एकता की बात करनी चाहिए. आरएसएस का समर्थन करने वाले(सामाजिक आरक्षण का विरोध करने वाले) कितने अपर कास्ट लोग अपनी लड़कियों की शादियाँ चूहड़े-चमारों से करने के लिए तैयार हैं? रोटी-बेटी के संबंधों से जातिवाद दूर होगा, सामाजिक समरसता आएगी तथा हिंदू धर्म भी मजबूत होगा!जाट देवताhttps://www.blogger.com/profile/17556345636263631211noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-47051419023837298412016-02-26T05:32:16.753+05:302016-02-26T05:32:16.753+05:30जाट भगवान् शिव की जट्टा से बने थे । जब माता पार्व...जाट भगवान् शिव की जट्टा से बने थे । जब माता पार्वती ने सती का रूप लिया था । तब भगवान् शिव ने तांडव किया था और उनकी जटाओ से जाट पैदा हुए थे । Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02311214165106305256noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-18510950787688029312014-09-22T20:09:16.833+05:302014-09-22T20:09:16.833+05:30kuch baat hai ki hasti{existance} mitati nahi hama...kuch baat hai ki hasti{existance} mitati nahi hamari ,, sadiyon raha hai dushman dore jahan hamara<br />andy ghumo rehttps://www.blogger.com/profile/17618734135524526461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-72735166442152065562013-09-23T20:47:56.734+05:302013-09-23T20:47:56.734+05:30धन्यवाद्...इसी बात का दुःख है की हिन्दुस्तान में ह...धन्यवाद्...इसी बात का दुःख है की हिन्दुस्तान में हिन्दू कब रहेंगे, जो मूल सिन्धु, कावेरी के निवासी थे.... अंग्रेजो ने हर किसी की उत्पत्ति बाहर से बतायी है, मानो हिन्दुस्तान पहले वीरान हो...Yogesh Sinsinwarhttps://www.blogger.com/profile/11989397830161944763noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-57638271488730682042013-09-23T12:38:00.769+05:302013-09-23T12:38:00.769+05:30रीतू शर्मा जी, हिन्दुस्तान तो मुगलीस्तान बनने जा र...रीतू शर्मा जी, हिन्दुस्तान तो मुगलीस्तान बनने जा रहा है........कश्मीर, केरल, पूर्वी राज्य, देखते जाईये, धीरे-धीरे हिन्दुओं का पत्ता साफ़?????????????SANDEEP PANWARhttps://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-80821095495236687772013-09-22T22:22:49.130+05:302013-09-22T22:22:49.130+05:30एक बात समझ नहीं आई... जाटों का जाटलैंड होगा, सिखों...एक बात समझ नहीं आई... जाटों का जाटलैंड होगा, सिखों का खालिस्तान... नागों का नागालैंड... बोडो का बोडोलैंड... तो हिन्दुस्तान किसका होगा...<br />और फिर जाटलैंड बनाने के बाद उसमे से सिहाग का हिस्सा अलग कर देना, पवार का अलग, डूडी, तंवर ,बेनिवालों का अलग, जैसा राजस्थान में है जहाँ इनके गोत्र पे बसे गाँव आपस में सीधे मुह बात तक नहीं करते....Yogesh Sinsinwarhttps://www.blogger.com/profile/11989397830161944763noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-48694637769522084522013-09-22T22:16:57.087+05:302013-09-22T22:16:57.087+05:30भाई वैदिक धर्म के मुकाबले, बौद्ध काफी बाद में हुए ...भाई वैदिक धर्म के मुकाबले, बौद्ध काफी बाद में हुए हैं.. जब बुद्ध अवतरित हुए थे उसके 20 साल बाद तो पतंजलि अपना महाभाष्य लिख चुके थे, जिसमे रामायण और महाभारत का स्पष्ट उल्लेख है.... मतलब की तब तक राम और कृष्ण लोकप्रिय हो चुके थे... अब या तो जाट उससे पहले नहीं हुए थे या फिर जाट वैदिक धर्मावलम्बी थे या फिर धर्मविहीन...<br />ये जो नयी कांग्रेस सरकार द्वारा चलाई गयी NCERT की किताबों की थ्योरी है, इसे किसी विदेशी विद्वान् के सामने मत कह देना, हंसी के पात्र बनोगे .... जो यह सिखाती है की भारत की शुरुआत बौद्ध धर्म से हुई थी... फिर ऋग्वेद जैसा ग्रन्थ लिखने वाले कौन थे जिनकी संस्कृत जैसी भाषा पर पकड़ थी??? <br /><br />आजकल एक विचारधारा चल निकली है हिन्दू धर्म को ब्राह्मणवादी बताने की... जाट एक नस्ल है तो ब्राह्मण भी एक नस्ल है... DNA analysis में जो शुद्धता सारस्वत ब्राह्मणों की पायी गयी है, उसके समकक्ष ही शुद्धता तमिल ब्राह्मणों में पायी गयी है, इसका मतलब ये हुआ की ये सभी ब्राह्मण एक ही नस्ल के हैं, इस तरह ही राजपूत हैं... लेकिन नस्ल और धर्म में बहुत फर्क है... और ये भी तय है की एक ही नस्ल कई धर्मों में फैली है और एक ही धर्म कई नस्लों में... <br /><br />जाट बौद्ध थे, तो उनमे से कुछ तो बचे होंगे... ये हास्यास्पद तर्क की कल को बताया जाये की बनिए युद्धप्रिय जाति थी... कौन मानेगा... और वो बौद्ध जिन्होंने चुराकर पुराणों और वेदों की नक़ल करने की कोशिश की... जो धर्म ईश्वर की सत्ता में यकीन नहीं करता ... वो कैसे जातक कथाओं में अवतार वाद को प्रश्रय देने लगा.... क्यूँ हीनयान , महायान की अपेक्षा वज्रयान बनाकर टोन टोटके करने लगा... और क्यूँ पाली छोड़कर संस्कृत पे लौट आया...<br /><br />देश को उतना नुक्सान मुस्लिम आक्रान्तों से नहीं हुआ जितना बौद्ध धर्म की अहिंसावादी नीति से हुआ जो अशोक ने अपनाई और नतीजा भी इस धर्म ने ही सबसे ज्यादा भुगता (बामियान...नालंदा.....)<br /><br />रही बात जाटों की तो जाट हूणों और ब्राह्मणों की संतानें हैं और जो कालांतर में राजपूतों की तरह अस्तित्व में आये.... अब नाम से समानता बतायी जाए तो गूजर अपने आपको को जोर्जिया (gujjar - georgia) के मूल निवासी बताते हैं तो अग्रवालों में मंगल गोत्र के अग्रवाल मंगल ग्रह के निवासी हो जायेंगे ??<br /><br />जाट वहीँ हैं जिन्होंने ब्राह्मणों का साथ देते हुए स्वतंत्रता के समय आंबेडकर की आरक्षण नीति का विरोध किया था... अपने को ऊंचा मानने के चलते भरतपुर में दलितों को घोड़ी पर नहीं चढ़ने देते थे.. जात लिखवाने के समय स्वयं को क्षत्रियों में लिखवाने के लिए केंद्र में संघर्ष किया था... और आरक्षण के समय मंडल आयोग के सामने पिछड़े बन गए थे.... बौद्ध थे तो जात पांत कहाँ से आ गयी.. और गोत्र व्यवस्था क्यूँ नहीं छोड़ी... <br />किसी भी जाति या नस्ल में अपने मूल धर्म के स्वभाव कभी नहीं जाते... परिवर्तित मुसलमान कौन से तुर्क या पठानों से शादी कर लेते हैं... हिन्दू थे .. इस बात का असर तो दिखाई दे ही जाता है...<br />Studenthttps://www.blogger.com/profile/04867194520236676736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-37677996319788768712013-09-11T20:29:57.948+05:302013-09-11T20:29:57.948+05:30'जाट की यारी और नौकरी सरकारी', किस्मत वालो...'जाट की यारी और नौकरी सरकारी', किस्मत वालों को मिलती है....मैंने भी ये कहीं पढ़ा था| चन्द्रकांत दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/08668568273403090899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-6838883327896538512013-09-11T00:43:51.820+05:302013-09-11T00:43:51.820+05:30बढ़िया बढ़िया सु-मन (Suman Kapoor)https://www.blogger.com/profile/15596735267934374745noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-5719058113081155882013-09-10T18:34:37.747+05:302013-09-10T18:34:37.747+05:30जाटलैंड ! इस लेख की क्या आवश्यकता आन पड़ी भाई ! जाटलैंड ! इस लेख की क्या आवश्यकता आन पड़ी भाई ! डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-30659390415198001322013-09-10T18:09:18.387+05:302013-09-10T18:09:18.387+05:30संदीप जी आपकी प्रस्तुति बहुत अच्छी हैं. पर इस प्रस...संदीप जी आपकी प्रस्तुति बहुत अच्छी हैं. पर इस प्रस्तुति में कई झोल भी हैं. अभी पीछे एक सर्वे आया था, जिसमे भारत, अफ़ग़ानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, लंका, नेपाल, यानिकी पुराने आर्यावर्त के लोगो के डीएनए सरंचना का अध्ययन किया गया था. इसमें ९८% जातियों की संरचना सामान थी. आर्य, द्रविड़ की थ्योरी यंहा पर फेल हो जाती हैं. कतिपय इतिहासकारों ने जाट, और गुर्जर समुदाय को सेंट्रल एशिया से आये हुए साइथियन या फिर सफ़ेद हुन या फिर शक बताया हैं. यह इतिहास हैं की भारत से ही आर्य समुदाय पूरी दुनिया में फैला हैं. जो आर्य यंहा से बाहर गए वे फिर वापिस भी आये. जाट और गुर्जर भी उन्ही में से एक हैं. रही बात हिन्दू धर्म की, यह धर्म दुनिया का सबसे प्राचीन धर्म हैं. इसीलिए इसे सनातन धर्म भी कहा जाता हैं. हम सभी आर्य हैं. बोद्ध, जैन, सिक्ख आदि इस गुलदस्ते के खुबसूरत फूल हैं. यह सभी पंथ हैं, धर्म नहीं हैं, धर्म तो केवल एक हैं, सत्य सनातन धर्म. और यह बात कहना की जाट बाकी हिन्दुओ से अलग हैं. यह बिलकुल गलत और झूठी थ्योरी हैं. आज के समय में सभी हिन्दुओ को आपस में जोड़ने की बात करनी चाहिए , ना की अलग करने की. ठीक है जाति एक कटु सत्य हैं. कभी ख़त्म नहीं होगी. पर आपस में रोटी बेटी का सम्बन्ध भी जोड़ना पड़ेगा. जाति अपने घर तक और घर से बाहर हम केवल हिन्दू या फिर हिन्दुस्तानी बनकर रहे.वन्देमातरम...प्रवीण गुप्ता - PRAVEEN GUPTAhttps://www.blogger.com/profile/02103326902710548202noreply@blogger.com