tag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post599878923275139080..comments2024-03-23T14:30:56.868+05:30Comments on Travelogues in Hindi : SANDEEP PANWAR (JAT DEVTA) संदीप पवाँर (जाट देवता) की पसंद के लिंकSANDEEP PANWARhttp://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.comBlogger50125tag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-10352276120734782062013-07-15T00:18:02.175+05:302013-07-15T00:18:02.175+05:30मामाजी का निधन दुखद रहा... ईश्वर परिवार पर प्रसाद ...मामाजी का निधन दुखद रहा... ईश्वर परिवार पर प्रसाद बनाये रखे.. आप दोनों तरफ लिखते रहिये... एक की जगह दो वेबसाईट खोलने पर खर्चा नहीं लगता... और पढने को भी अधिक मिलेगा...DJ_knighthttps://www.blogger.com/profile/15108542510675912441noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-83103368081153973542012-07-30T07:00:46.838+05:302012-07-30T07:00:46.838+05:30मामाश्री को विनम्र श्रद्धांजलि.मामाश्री को विनम्र श्रद्धांजलि.Surinderhttps://www.blogger.com/profile/14165257413664440751noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-1628532953145643042012-02-08T21:06:30.041+05:302012-02-08T21:06:30.041+05:30अरे भाई जाट
क्यों मचाई है ये मार काट??
मैं ब्लाग ...अरे भाई जाट<br />क्यों मचाई है ये मार काट??<br /><br />मैं ब्लाग पर देर से ही आता हूँ समयाभाव के कारण ..वेबसाइट और ब्लॉग के विवाद को समझ नहीं पाता क्यूकी अल्पज्ञानी हूँ...<br />बस इतना ही कहूँगा की आसमान छूना उपलब्धि है मगर उससे भी बड़ी और वास्तविक उपलब्धि है की हम आसमान छू लें और हमारे पैर जमीन से भी न हटे..<br />कहीं भी लिखें लिखते रहें ..हम भी समय निकलकर आप को ढूंढ़ ही लेंगे..<br />इश्वर आप की लेखनी को प्रखर करे..आशुतोष की कलमhttps://www.blogger.com/profile/05182428076588668769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-41557715468923967422012-02-06T16:15:55.619+05:302012-02-06T16:15:55.619+05:30संदीप जी आपके जितना तो नही पर हां पहाडो में खासतौर...संदीप जी आपके जितना तो नही पर हां पहाडो में खासतौर पर उत्तराखंड के चारो धाम बाइक पर किये हैं वैसे तो 29 की उम्र में 15 साल से बाइक चला रहा हूं और अब तक सवा लाख किलोमीटर बाइक चला भी चुका हूं पर वो बात नही जो आप की है । आपने अगर किसी लायक समझा तो जहां कहोगे चल पडूंगा । याद कर लेना जी और मेरी भी राय यही है कि अपना ब्लाग मत छोडो चाहे सारी दुनिया में लिखोtravel ufohttps://www.blogger.com/profile/15497528924349586702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-17602259828067361202012-01-26T13:23:20.450+05:302012-01-26T13:23:20.450+05:30lijiye bhai sahab 100th follower aa gaya aapse mil...lijiye bhai sahab 100th follower aa gaya aapse milne..:) meri salah hai, aap apna blog barabar banaye rakhen....मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-24293388081478650662012-01-25T20:40:28.830+05:302012-01-25T20:40:28.830+05:30अपना ब्लॉग फिर अपना है हमारे ब्लड ग्रुप की तरह विश...अपना ब्लॉग फिर अपना है हमारे ब्लड ग्रुप की तरह विशेष .आपकी टिपण्णी हमारे लेखन की ऊर्जा है सं.virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-31486119639221766602012-01-21T17:13:50.818+05:302012-01-21T17:13:50.818+05:30apne blog par bhi likhte rahen ,apnaa blog fir apn...apne blog par bhi likhte rahen ,apnaa blog fir apnaa hai .aaj googal bhaai saahab lipiyaantaran ke mood me nahin hain ,translitration service is not showing.So the comments being made are in hindi .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-85244239677890028612012-01-20T20:18:27.315+05:302012-01-20T20:18:27.315+05:30अपना ब्लॉग छोड़ना यानी अपना घर छोड़ने जैसा हैं .....अपना ब्लॉग छोड़ना यानी अपना घर छोड़ने जैसा हैं .....तुम नाम बहुत रोशन करो पर अपना ब्लॉग मत छोड़ना ....क्योकि इस बुलंदी की पहली सीढ़ी वही हैं ...दर्शन कौर धनोयhttps://www.blogger.com/profile/06042751859429906396noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-1569913825943024782012-01-20T15:25:09.444+05:302012-01-20T15:25:09.444+05:30congrats for becoming the authorized writer of the...congrats for becoming the authorized writer of the website.SMhttps://www.blogger.com/profile/08421656022621802223noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-15027084660979691382012-01-19T18:42:21.095+05:302012-01-19T18:42:21.095+05:30Sandeep bhai ram-ram.........
SUNO SAB KI KARO AA...Sandeep bhai ram-ram.........<br /> SUNO SAB KI KARO AAPNE MAN KI |<br /> BHAI SAMYA KI KAMI KE KAARN AAPKI PICHLI KAFI POST NAHI PADH PAYA AB DHIRE-DHIRE PADH RAHA HOON.Suresh kumarhttps://www.blogger.com/profile/05489753526784353258noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-87403098359694985442012-01-19T07:03:53.153+05:302012-01-19T07:03:53.153+05:30मामाजी को हार्दिक श्रद्धांजलि और आपको बधाई। घूमते ...मामाजी को हार्दिक श्रद्धांजलि और आपको बधाई। घूमते भी रहिये और लिखते भी। ब्लॉग पर भी रहिये और वैब साइट्स पर भी। बल्कि यदि सम्भव हो तो प्रिंट मीडिया आदि में भी लिखिये। मित्रों से मित्रवत तकरार ठीक है, लेकिन जहाँ तक सम्भव हो इन बातों को परे खिसकाकर लिखते रहिये, पढने वाले बहुत हैं। यात्रा वृत्तांत के लिये मैं नीरज जाट को भी पढता हूँ, आपको भी और "मुसाफ़िर हूँ यारों वाले मनीष के साथ साथ मल्हार वाले सुब्रामण्यन जी को भी। शुभकामनायें!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-10680608565236978692012-01-18T23:49:40.092+05:302012-01-18T23:49:40.092+05:30सुख दुख साथ साथ आते हैं, मामाजी के निधन के दुख और ...सुख दुख साथ साथ आते हैं, मामाजी के निधन के दुख और आपके सम्मान के सुख के बीच संतुलन बना रहे। सम्मान आपके काम की पहचान है, असल चीज तो कर्म ही है। कर्म होता रहेगा तो सम्मान वगैरह खुद बखुद मिलते रहेंगे। घुमक्कड़ी का और लिखने का असली उद्देश्य क्या है, इस हिसाब से अपने लिखने की प्राथमिकतायें तय करो। और सब से क्या पूछते हो, या तो उनसे पूछो जिनके पास किसी फ़ोरम से जुड़ने का अनुभव है या सुनो अपने दिल की। जो भी करोगे, हमारी शुभकामनायें साथ हैं।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-27001344042177727822012-01-18T12:32:44.394+05:302012-01-18T12:32:44.394+05:30वेबसाइट पर भी लिखे पर
अपना ब्लॉग बंद न करें संदीप...वेबसाइट पर भी लिखे पर <br />अपना ब्लॉग बंद न करें संदीप भाई घूमते रहे और अपने अनुभव लोगों में बांटते रहे ! हमारी तो यही सलाह है<br /><br />राम-राम<br />संजय भास्करसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-89483874850238113922012-01-18T12:13:33.614+05:302012-01-18T12:13:33.614+05:30बहुत बड़ी उपलब्धि है ... बहुत बहुत बधाईबहुत बड़ी उपलब्धि है ... बहुत बहुत बधाईसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-66655369271641325902012-01-18T10:21:28.492+05:302012-01-18T10:21:28.492+05:30बिना कोई कमिशन माँगे सलाह दे रहा हूँ कि अपना ब्लॉग...बिना कोई कमिशन माँगे सलाह दे रहा हूँ कि अपना ब्लॉग बंद न करें. वहाँ लिखे यात्रा विवरण यहाँ कॉपी पेस्ट यहाँ करके काम चल जाएगा. याद रखें यह आपका अपना ब्लॉग है जिसे आप आगे चल कर वेबसाइट में बदल भी सकते हैं.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-65882785651811676552012-01-16T21:11:15.146+05:302012-01-16T21:11:15.146+05:30संदीप भाई अपनी विविधता बनाए रहें ऐसे ही इच चौकन्ने...संदीप भाई अपनी विविधता बनाए रहें ऐसे ही इच चौकन्ने बने लिखतें रहें .लिखा दोस्त खुल कर ही जाता है लिखने में शरमोहया कैसी .हमारा टीचर हम पर हावी रहता है एक टीचर ही है जिसके पास आत्म बल है कुछ भी कहने का निस्संकोच .वह भी किसी विषय पर बेबाक नहीं बोल सकता तो कोई नहीं बोल सकता .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-53424851151188960042012-01-15T22:56:33.735+05:302012-01-15T22:56:33.735+05:30संदीप भाई तीर्थ स्थलों पर होने वाली धोखा धडी ज्याद...संदीप भाई तीर्थ स्थलों पर होने वाली धोखा धडी ज्यादा अखरती है .खान पान के मामले हरिद्वार खरा है ,बनारस भी .अखरोट पर आपकी टिपण्णी से असहमत होना मुमकिन ही नहीं है .दोबारा पांच से १४ फरवरी के दरमियान कर्बला ,जोर बाग़ मेट्रो के बिलकुल निकट बी के दत्ता कोलोनी में उपलब्ध रहूँगा १५ फरवरी को दोबारा मुंबई वापसी है .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-50208736060851847292012-01-15T10:40:22.138+05:302012-01-15T10:40:22.138+05:30@ सन्दीप पंवार,
भाई, प्रसिद्ध होना बुरा नहीं है। म...@ सन्दीप पंवार,<br />भाई, प्रसिद्ध होना बुरा नहीं है। मैं भी इसी चक्कर में कम्प्यूटर पर कई कई घण्टे ‘बर्बाद’ करता हूं। एक पते की बात सुनो, काम आयेगी। प्रसिद्ध होने के लिये एक प्लेटफार्म की जरुरत पडती है, घर बैठे बैठे, बिना कुछ करे ही प्रसिद्धि नहीं मिलती। अब तक आपका ब्लॉग आपका प्लेटफार्म था, इसमें दूसरा प्लेटफार्म ‘घुमक्कड’ भी जुड गया है। इधर मैं, अपने ब्लॉग और ‘घुमक्कड’ पर लिखने के अलावा इण्डियामाइक, india rail info, घुमक्कडी जिन्दाबाद पर भी लिखता हूं। फेसबुक भी खुद को स्थापित करने का एक प्लेटफार्म है। और कोई प्लेटफार्म मिलेगा, मैं वहां भी चला जाऊंगा। यही सलाह आपको दे रहा हूं। आपको ‘घुमक्कड’ के रूप में दूसरा प्लेटफार्म मिला है, आप पहले प्लेटफार्म को मत छोडिये बल्कि कोशिश करिये कि इनके अलावा और भी प्लेटफार्म मिले। आप जितनी ज्यादा जगहों पर उपस्थित रहेंगे, आपको फायदा भी उतना ही मिलेगा। ब्लॉगरों पर टिप्पणियां करने में टाइम लगाओगे, तो आपको टिप्पणियां मिलेंगी लेकिन आप देख ही रहे हो कि कैसी टिप्पणियां मिलती हैं। दूसरों को घास डालोगे तो वे भी आपके पास पहुंचते रहेंगे, जिस दिन घास डालना बन्द कर दोगे, देखना आपको कोई ब्लॉगर पूछेगा भी नहीं। सबका यही हाल है। ब्लॉगर आपकी घुमक्कडी की तारीफ नहीं करते बल्कि वे आपकी टिप्पणियों के जवाब में टिप्पणी देने आते हैं। हालांकि कुछ गिने-चुने ब्लॉगर इसके अपवाद भी हैं। <br />और हां, मैप पर अपनी लोकेशन मत बताया करो। इससे पोस्ट खुलने में ज्यादा टाइम लगता है। अगर नक्शा लगाना ही है तो गूगल मैप या गूगल अर्थ का फोटो लेकर पेण्ट या फोटोशॉप में जाकर जरूरी बदलाव करके भी लगा सकते हो, एक फोटो के रूप में।नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-37942041150561350722012-01-15T10:34:33.628+05:302012-01-15T10:34:33.628+05:30सबसे पहले मुकेश भालसे साहब की बात का जवाब दूंगा, फ...सबसे पहले मुकेश भालसे साहब की बात का जवाब दूंगा, फिर सन्दीप भाई की बात का।<br />@ मुकेश भालसे<br />मैं घुमक्कडी के मामले में दो साइटों को बेहतरीन साइट मानता हूं- एक है indiamike.com और दूसरी है वही अपनी ghumakkar.com, हालांकि ‘घुमक्कड’ के मुकाबले ‘इण्डियामाइक’ ज्यादा प्रसिद्ध है। उस पर फोरम की सुविधा भी है जहां पाठक लोग ही समस्याएं रखते हैं और समाधान करते हैं। मैं नियमित रूप से ‘इण्डियामाइक’ पर काफी समय से लिखता आ रहा हूं जबकि ‘घुमक्कड’ पर अभी लिखना शुरू किया है। <br />आपने एक बात कही कि ‘यह भी बहुत बड़ा सत्य है कि ब्लोग्स को ब्लोगर्स ही पढ़ते हैं (पता नहीं पढ़ते भी हैं या ऐसे ही कमेन्ट पेल देते हैं) आम जनता नहीं’। इसके जवाब में मेरा एक गणित है, उसे समझने की कोशिश करिये। <br />मैं अपने ब्लॉग पर तकरीबन चार दिन में एक पोस्ट लिखता हूं। रोजाना औसतन 500 हिट आते हैं यानी चार दिन में 2000 हिट। मेरे ब्लॉग को लगभग 200 लोग फॉलो करते हैं। जब भी मैं कोई नई पोस्ट लिखता हूं तो इन 200 लोगों के पास इसकी सूचना तुरन्त चली जाती है। वैसे सभी फॉलोवर मेरे ब्लॉग को खोलकर नहीं देखते, फिर भी मान लो कि सभी 200 लोग पोस्ट छपने वाले दिन हिट करते हैं, उनमें से 10-15 लोग कमेण्ट भी करते हैं। अगले तीन दिन तक ये लोग कोई हिट नहीं करेंगे। यानी चार दिनों में जो 2000 हिट आते हैं, उनमें से मात्र 200 हिट ही फॉलोवरों के होते हैं, बाकी 1800 हिट कौन करता है?<br />इसका जवाब है- आम जनता। मेरे ब्लॉग के साइडबार में feedjit के नाम से एक चीज लगी हुई है। इससे मुझे पता चलता है कि ब्लॉग पर कहां से लोग आ रहे हैं। करीब 70 प्रतिशत लोग गूगल के माध्यम से आते हैं। वे गूगल में शिमला ढूंढते हैं, तो मेरे यहां भी पहुंच जाते हैं; चोपता तुंगनाथ ढूंढते हैं, जयपुर-उदयपुर ढूंढते हैं, तब पहुंच जाते हैं। मैं शर्त लगाकर कह सकता हूं कि अगर कोई नया आम आदमी पहली बार मेरे ब्लॉग पर पहुंच गया तो वो एक हिट से काम नहीं चलायेगा, बल्कि इसे ज्यादा से ज्यादा पढने की कोशिश करेगा। मेरे पास हर दूसरे दिन एक नया फोन आता है, जो उसी आम आदमी का होता है जिसे आप कह रहे हैं कि वो ब्लॉग नहीं पढता।<br />मैं 200 फॉलोवरों के लिये नहीं लिखता बल्कि 1800 आम आदमियों के लिये लिखता हूं। एकाध ब्लॉगों को छोडकर मैं कहीं भी टिप्पणी नहीं करता। अपने मन से यह बात निकाल दीजिये कि आम आदमी ब्लॉग नहीं पढते। सन्दीप भाई ने भी जब मेरे ब्लॉग को पहली बार देखा था तो वे ब्लॉगर नहीं थे, बल्कि आम आदमी थे। उन्होंने गूगल पर ‘जाट’ टाइप किया और मेरे यहां जा पहुंचे। उन्होंने मुझे फोन किया था और बताया था कि वे मेरी हर पोस्ट को अपने कम्प्यूटर में वर्ड में सेव करके रखते हैं और वो फाइल कई एमबी की हो गई थी। हालांकि ब्लॉगरों में बहुत कुत्ताघसीट मची रहती है, लेकिन कुछ ब्लॉगर इससे दूर रहते हैं, मैं भी उनमें से एक हूं।नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-76594648111522263592012-01-14T19:40:15.485+05:302012-01-14T19:40:15.485+05:30जहां भी रहो जाओ लिखो गुणों ऐसे ही इच बिंदास रहो .जहां भी रहो जाओ लिखो गुणों ऐसे ही इच बिंदास रहो .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-28708844813960544272012-01-14T18:58:01.624+05:302012-01-14T18:58:01.624+05:30मुकेश भाई आपके इस बेबाक स्पष्टीकरण ने तो अब कुछ कह...मुकेश भाई आपके इस बेबाक स्पष्टीकरण ने तो अब कुछ कहने के लिये छोडा ही नहीं है। <br />यहाँ ब्लॉग पर ज्यादातर ऐसा ही हो रहा है जैसा आपने बताया है, कहीं ब्लॉगर अपने-अपने गिरोह(गुट) बना कर बैठे है, कहीं एक दूसरे पर पक्षपात महसूस कर रहे है। <br />सबसे ज्यादा गुस्सा तो तब आता है जब कोई महाशय बिना पढे( पोस्ट से सम्बंधित नहीं) अपना कमैन्ट पेल जाता है और साथ ही अपने ब्लॉग पर आने का Invitation भी दे जाता है। <br />आप भले ही मेरे व नीरज के फ़ैन हो लेकिन मैं भी आपका बडा पंखा हूँ। (पंखा बोले तो प्रशंसक)SANDEEP PANWARhttps://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-81457965644853693322012-01-14T09:59:56.910+05:302012-01-14T09:59:56.910+05:30नीरज जी,
घुमक्कड़ डोट कॉम एक साफ़ सुथरी छवि वाली वे...नीरज जी,<br />घुमक्कड़ डोट कॉम एक साफ़ सुथरी छवि वाली वेबसाइट है और कभी किसी को ब्लेकमेल या गुमराह नहीं करती है, लेखकों की मेहनत को ख़ूबसूरत ढंग से पाठकों के समक्ष प्रस्तुत करती है और लेखकों को समय समय पर प्रोत्साहित एवं सम्मानित करती है.<br />दूसरी बात है की घुमक्कड़ डोट कॉम के पास एक बड़ा पाठक वर्ग है जो की प्राइवेट ब्लोग्स पर मुश्किल से ही मिलता है. ब्लोग्स पर सारे ब्लोगर्स पोस्ट को बिना पढ़े एक दुसरे को जनरल कमेंट्स करते रहते हैं तथा खुश होते रहते हैं और अन्य पाठकों को अपने अपने ब्लॉग पर आमंत्रित करने की जद्दोजहद करते रहते हैं.<br />मैंने भी अपना ब्लॉग शुरू किया था, लेकिन कुछ समय बाद मुझे पता चल गया की कोई मतलब वाली बात नहीं है, अगर हाथ पैर मार कर मैंने पंद्रह बीस फोलोवेर्स इकट्ठे कर भी लिए तो कोई बहुत बड़ी फायदेवाली बात नहीं है, इससे तो घुमक्कड़ पर लिखना ही बेहतर है.<br />वैसे आप दोनों (नीरज & संदीप) के ब्लोग्स अपेक्षाकृत ज्यादा पॉपुलर हैं और मैं स्वयं भी आप दोनों के ब्लोग्स नियमित रूप से पढता हूँ तथा अपने जानने वालों को आपके ब्लोग्स के बार में बताता भी हूँ. लेकिन यह भी बहुत बड़ा सत्य है की ब्लोग्स को ब्लोगर्स ही पढ़ते हैं (पता नहीं पढ़ते भी हैं या ऐसे ही कमेन्ट पेल देते हैं) आम जनता नहीं, और एक ब्लोगर का दुसरे ब्लोगर का ब्लॉग पढने के पीछे एकमात्र मंशा होती है लोगों से अपने ब्लॉग पढने की भीख मांगना. <br />खैर संदीप जी को कहाँ लिखना चाहिए यह पूरी तरह से उनकी मर्जी पर निर्भर करता है, मैं संदीप जी का बहुत बड़ा फैन हूँ, वे जहाँ लिखेंगे हम वहां पढने पहुँच जायेंगे.<br />धन्यवाद.Mukesh Bhalsehttps://www.blogger.com/profile/01667464799709628702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-23203431900192209012012-01-14T08:15:32.751+05:302012-01-14T08:15:32.751+05:30संदीप भाई ब्लॉग पर लिखने या वेबसाइट पर लिखने का फै...संदीप भाई ब्लॉग पर लिखने या वेबसाइट पर लिखने का फैसला तो आपका अपना है. मैं तो इतना कहूँगा कि नदी को रास्ता बताया नहीं जाता उसका बिंदासपन तभी रहता है जब अपने बनाये रास्ते पर चले. बताये रास्ते पर चले तो नदी, नदी नहीं रहती नहर बन जाती है.चन्द्रकांत दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/08668568273403090899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-59076306087036455852012-01-14T00:03:52.403+05:302012-01-14T00:03:52.403+05:30बड़े लोगों से मिलने में हमेशा फासला रखना...
जहाँ द...बड़े लोगों से मिलने में हमेशा फासला रखना...<br />जहाँ दरिया समंदर से मिला वहां दरिया नहीं रहता...<br /><br />मै तो भाई आपका मुरीद हूँ...आप कहीं भी रहे मै पहुँच जाऊंगा...लेकिन जाट देवता का अंदाज़-ए-बयां कुछ और ही है...Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-1287598414083978812012-01-13T22:23:57.761+05:302012-01-13T22:23:57.761+05:30फ़कीरा भाई सच में आपने भी मेरे मन की बात कह दी है ...फ़कीरा भाई सच में आपने भी मेरे मन की बात कह दी है अब वही करूँगा जो मेरा मन कहेगा।SANDEEP PANWARhttps://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.com