tag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post2366797013724551701..comments2024-03-23T14:30:56.868+05:30Comments on Travelogues in Hindi : Bikaner-Raisar's Colour full evening at dunes बीकानेर- रायसर रेत के टीलों पर एक रंगीन सुहानी मदहोश नशीली शामSANDEEP PANWARhttp://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-43490901826649415062013-01-06T18:13:06.538+05:302013-01-06T18:13:06.538+05:30mast mast yatra vritant !! mast mast yatra vritant !! Vidhan Chandrahttps://www.blogger.com/profile/03900326176199958203noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-90979711552056800322012-12-31T18:00:39.968+05:302012-12-31T18:00:39.968+05:30बोतल के उस पार भी बहुत कुछ छुपा होता है सुन्दर ......बोतल के उस पार भी बहुत कुछ छुपा होता है सुन्दर ... खूब घूम आये राजस्थान.....बहुत बढ़िया लगी सैर .. ..कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-47943840986434216782012-12-30T19:38:18.073+05:302012-12-30T19:38:18.073+05:30वाह संदीप भाई ......मजा आ गया आज ब्लॉग पर आकर .......वाह संदीप भाई ......मजा आ गया आज ब्लॉग पर आकर .......व्यस्त होने के कारण आजकल ब्लॉग्गिंग से दूर हूँ संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-77681737353303372382012-12-30T18:08:51.888+05:302012-12-30T18:08:51.888+05:30एक राजपूत दोस्त की शादी में गये थे और खाने-खिलाने,...एक राजपूत दोस्त की शादी में गये थे और खाने-खिलाने, पीने-पिलाने का जो तरीका वहाँ देखा था उसके आगे फ़ाईव सेवन स्टार सब फ़ेल थे, इस पोस्ट से वो दावत याद आ गई।<br />राजस्थान की ये यात्रा याद्गार रही, जब जायेंगे तो इस सीरिज़ से बहुत लाभ मिलेगा।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-11846278594907838022012-12-30T16:41:33.068+05:302012-12-30T16:41:33.068+05:30इसका मतलब कि आपको अभी तक टिकट पढना नहीं आया। अगर प...इसका मतलब कि आपको अभी तक टिकट पढना नहीं आया। अगर पढना आता तो उन्हें सामान फैलाने ही नहीं देते और ना खुद लपेटा-लपेटी करके डिब्बे से भागते।नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-91725692451780665012012-12-30T16:41:14.574+05:302012-12-30T16:41:14.574+05:30बहुत सुन्दर। नव वर्ष-2013 की अग्रिम शुभकामनाओं के ...बहुत सुन्दर। नव वर्ष-2013 की अग्रिम शुभकामनाओं के साथ। मेरे नए पोस्ट पर आपके प्रतिक्रिया की आतुरता से प्रतीक्षा रहेगी। धन्यवाद।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-53538868202239542012-12-28T18:40:43.337+05:302012-12-28T18:40:43.337+05:30,मन पे काबू रखो ,निर्भया बनो ! वर्ष 2012 ने जो च...,मन पे काबू रखो ,निर्भया बनो ! वर्ष 2012 ने जो चिंगारी छेड़ी है अन्ना जी से निर्भया तक ,जब अकेली जान आधी दुनिया की पूरी तथा इंसानियत की लड़ाई लड़ सकती है मौत को <br /><br />धता बता सकती है तब एक फर्ज़ हमारा <br /><br />भी है सेकुलर वोट की बात करने वालों को हम भी मुंह की चखाएं .<br /><br />,शुक्रिया आपकी सद्य टिपण्णी का .<br /><br />संदीप जी सच मुच सब कुछ है मेरे देश में रेत के कुदरती टीलों से लेके देश को रेगिस्तान के सहरा में बनाने वाले आदम खोर भी .<br /><br />आपके हाथ में बीअर का ग्लास लेकिन मजा ओरेंज जूस का आ रहा है .अच्छी बात है बीअर को आप सिर्फ दिखाऊ बनाए हुए हैं .बधाई नव वर्ष की .<br /><br />ram ram bhai<br />मुखपृष्ठ<br /><br />शुक्रवार, 28 दिसम्बर 2012<br />एक ही निर्भया भारी है , इस सेकुलर सरकार पर , गर सभी निर्भया बाहर आ गईं , तब न जाने क्या होगा ?<br /><br />http://veerubhai1947.blogspot.invirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-22063949540338282492012-12-28T16:05:07.963+05:302012-12-28T16:05:07.963+05:30:D :D :D :D कमल कुमार सिंह (नारद )https://www.blogger.com/profile/16086466001361632845noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-72591371422107425792012-12-28T09:45:05.395+05:302012-12-28T09:45:05.395+05:30जाट भाई राज मै खोल देता हूं आपने तो बीयर पी नही , ...जाट भाई राज मै खोल देता हूं आपने तो बीयर पी नही , कमल भाई केवल बीयर पीते हैं और आपने एक नही दो दो जगह उनके गिलास को हाथ में लेकर फोटो खिंचवाये हैं travel ufohttps://www.blogger.com/profile/15497528924349586702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-74712603162542989662012-12-28T09:39:37.277+05:302012-12-28T09:39:37.277+05:30मजा आ गया जाट भाई ये वाले नजारे देखकर क्योंकि महल ...मजा आ गया जाट भाई ये वाले नजारे देखकर क्योंकि महल , समुद्र नदियां पहाड बर्फ खूब देखे हैं पर इस जगह से मै अभी महरूम ही रहा हूं आपकी ये यात्रा काफी काम आने वाली है वैसे जल्दी आओ मै ग्वालदम तक आ गया हूं travel ufohttps://www.blogger.com/profile/15497528924349586702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-83728120268476015992012-12-27T17:08:02.525+05:302012-12-27T17:08:02.525+05:30*कहाँ*कहाँप्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-5896827358572047122012-12-27T17:07:30.768+05:302012-12-27T17:07:30.768+05:30बिना मरुथल बीकानेर का आनन्द पूर्ण काँ होगा भला।बिना मरुथल बीकानेर का आनन्द पूर्ण काँ होगा भला।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-1176616712787414492012-12-26T22:39:54.671+05:302012-12-26T22:39:54.671+05:30अरे कमल भाई ऐसा कभी हो सकता है, आपके सामने तो खाली...अरे कमल भाई ऐसा कभी हो सकता है, आपके सामने तो खाली बोतले है जबकि मेरे हाथ में भरा हुआ गिलास।संजय तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/04697317003948523334noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-23748911367897819602012-12-26T22:38:14.116+05:302012-12-26T22:38:14.116+05:30कमल भाई आप तो पीते ही नहीं हो, लेकिन पाठको को अंदा...कमल भाई आप तो पीते ही नहीं हो, लेकिन पाठको को अंदाजा तो लगाने दो।संजय तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/04697317003948523334noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-53815654169717902592012-12-26T22:30:40.435+05:302012-12-26T22:30:40.435+05:30आप तो बदनाम कर रहें हैं भाई :( आप तो बदनाम कर रहें हैं भाई :( कमल कुमार सिंह (नारद )https://www.blogger.com/profile/16086466001361632845noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-69504531639251376282012-12-26T17:42:48.626+05:302012-12-26T17:42:48.626+05:30यहाँ रेत तो बहुत नज़र आ रहा है लेकिन सेंड ड्युन्स ...यहाँ रेत तो बहुत नज़र आ रहा है लेकिन सेंड ड्युन्स नज़र नहीं आए । <br />कैम्प साईट तो दुबई से बेहतर लग रहा है . विशेषकर खाने की टेबल्स, पीने का सामान और डांस भी। डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-8269382925350857652012-12-26T16:22:11.839+05:302012-12-26T16:22:11.839+05:30और हाँ कृपा करके फोटो पर केप्शन डालना न भूले अगली ...और हाँ कृपा करके फोटो पर केप्शन डालना न भूले अगली यात्रा से . ज्यादा मजा आता है . <br /><br />धन्यवाद Vishal Rathodhttps://www.blogger.com/profile/15364692809486387555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-48015236344373525162012-12-26T16:19:47.127+05:302012-12-26T16:19:47.127+05:30संदीप भाई बहुत बढ़िया रही आपकी यह यात्रा . मैंने य...संदीप भाई बहुत बढ़िया रही आपकी यह यात्रा . मैंने यह यात्रा थोड़ी देर से पढनी शुरू की लेकिन जब पढ़ी तो एक साथ ४ से ५ पोस्ट पढ़ ही लेता था . माखन जैसा विवरण है आपका इसमे . आपकी यात्रा को अगर एक शब्द में कहा जाए तो मैं इसे "शोभायमान" कहूँगा . एक एक चित्र और उसके साथ विवरण राजस्थान की सुंदरता का वर्णन कर रहे थे. इस यात्रा ने मुझे बहुत प्रभावित किया है . मैं इस सर्कल को जरूर करूँगा. आखिर मैं ट्रेन का किस्सा मजेदार था . घुमक्कडी में अगर ऐसे किस्से न हो तो मजा ही क्या. केवल आनंदमाय यात्रा हो तो क्या मजा . तनिक शरीर को थकन और मानसिक त्रास न हो तो उसके बाद जो गंतावय देखने में मजा क्या है . ऊपर ऊपर से फलो के छिलके खा लिए ऐसा ही लगता है जबकी असली मिठास तो अंदर है. <br /><br />आपकी यहाँ यात्रा बढ़िया रही , मजा आ गया . अब कहा ले जा रहे हो ? गर्मी बहुत हो गयी . अब ठंडी जगह ले जाओ . <br />Vishal Rathodhttps://www.blogger.com/profile/15364692809486387555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-79081830125739736222012-12-26T16:01:08.558+05:302012-12-26T16:01:08.558+05:30धन्यवाद संदीप जाट जी
आपकी यह यात्रा मुझे पढ़ने म...धन्यवाद संदीप जाट जी <br /><br />आपकी यह यात्रा मुझे पढ़ने में बहुत अच्छी लगी. मैंने यह यात्रा औरो के मुकाबले पढ़ने में देरी की है लेकिन जब पढ़ना शुरू किया तो एक साथ ४ - ५ पोस्ट पढ़ ही लेता था. इस यात्रा ने मुझे राजस्थान के लिए बहुत प्रभावित किया है . इस सर्कल को मैं जरूर करूँगा . आखिर में ट्रेन का किस्सा नमकीन था लेकिन घुम्मकड़ी एकदम सुखमय हो तो असली मजा कहा आता बोलो बोलो ? थोड़ी कठिनाइया आये तो यात्रा यादगार रहती है . वरना केवल प्लेन मे ट्रेन मे गाडी में घुम्मकड़ी की तो क्या फायदा . असली मजा तो शारीर और मन को कष्ट देने के बाद जो स्थलों को देखने में मेहनत का फल प्राप्त होता है वह सीधी साधी पर्यटको जैसी घुमक्कडी करने में कहा ? है के नहीं ? <br /><br />मेरी ओर से ढेर सारी बधाई स्वीकार करे . अब आगे कहा लेके जा रहे हो ? गर्मी बहुत हो गयी है , ठंडी का मौसम है ज़रा ठंडी जगह ले जाओ .Vishal Rathodhttps://www.blogger.com/profile/15364692809486387555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1512500780208090394.post-23204273444425170942012-12-26T08:17:01.190+05:302012-12-26T08:17:01.190+05:30संदीप जी रेगिस्तान में हो और रेगिस्तान के ज़हाज की...संदीप जी रेगिस्तान में हो और रेगिस्तान के ज़हाज की सैर ना हो ऐसा तो हो ही नहीं सकता हैं. हमें मालूम हैं हमारे जाट देवता दारु को हाथ भी नहीं लगाते हैं. रेगिस्तानी कल्चर दिखाने के लिए धन्यवाद..वन्देमातरम...प्रवीण गुप्ता - PRAVEEN GUPTAhttps://www.blogger.com/profile/02103326902710548202noreply@blogger.com